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एमआईटी के रिसर्चर्स ने बनाया एक अनोखा टैटू, इसके जरिए भेज सकते हैं फोटो

एक ऐसा टैटू जिसे आप खुद तैयार करेंगे और अपने हाथों पर लगाएंगे. इसके जरिए स्मार्टफोन और कंप्यूटर कंट्रोल कर सकेंगे और चाहें तो आप इसे धो कर हटा भी सकते हैं. जानिए इस अनोखे आविष्कार के बारे में.

DuoSkin स्मार्ट टैटू DuoSkin स्मार्ट टैटू
Munzir Ahmad
  • नई दिल्ली,
  • 27 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 3:05 PM IST

अमेरिकी यूनिवर्सिटी मैसाच्यूसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी यानी MIT के वैज्ञानिक अपने अनोखे खोज की वजह से दुनिया भर में पॉपुलर हैं. एमआईटी मीडिया लैब और माइक्रोसॉफ्ट के रिसर्चर्स ने मिलकर एक मेटैलिक बॉडी टैटू डिजाइन किया है. इसके अस्थाई टैटू के जरिए स्मार्टफोन्स कंट्रोल किए जा सकते हैं.

इस अस्थाई टैटू का नाम DuoSkin दिया गया है. इसे कभी भी अपने शरीर पर चिपकाया जा सकता है जरूरत खत्म होने पर इसे धोया जा सकता है. इस टैटू में गोल्ड लीफ का प्रयोग किया गया है. इस टैटू में लगाए गए गोल्ड लीफ और सिलिकॉन किसी दूसरी डिवाइस से कनेक्शन बनाने में मदद करते हैं और आप इसके जरिए उन्हें कंट्रोल कर सकते हैं.

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रिसर्चर्स ने तीन तरह के स्मार्ट टैटू बनाए हैं. जानिए तीनों की खासियत

  • पहला, इसे लैपटॉप या स्मार्टफोन के इनपुट डिवाइस यानी टचपैड की तरह यूज किया जा सकता है. यानी हाथ में लगे टैटू के जरिए आप कंप्यूटर या स्मार्टफोन को चला सकते हैं.
  • दूसरा, यह टैटू आपके शरीर के तापमान के हिसाब से अपना रंग बदलता है. यानी यह आउटपुट डिवाइस की तरह काम करेगा. इसके लिए इसमें थर्मोक्रोमिक पिग्मेंट्स दिए गए हैं जो शरीर का तापमान बढ़ने पर रंग बदल लेते हैं. दिलचस्प बात यह है कि आपके मूड के हिसाब से भी यह अपना रंग बदलेगा.
  • तीसरा, यह एनएफसी यानी नियर फील्ड कम्यूनिकेशन बेस्ड है. यानी यह मोबाइल के एनएफसी से कनेक्ट हो कर फोटो, वीडियो और डेटा ट्रांस्फर का काम कर सकता है.

इसे बनाने में ज्यादा पैसे भी नहीं होंगे खर्च
रिसर्चर्स ने हाल ही में एक डीटेल्ड पेपर पब्लिश किया है जिसमें इस टैटू के बानाए जाने से लेकर काम करने के तरीकों के बारे में बताया गया है. इसके मुताबिक इसमें चिपकने वाले टैटू पेपर, इंस्यूलेशन लेयर, गोल्ड लीफ और सिलिकॉन का यूज किया गया है. आपको बता दें कि गोल्ड लीफ का यूज चॉकलेट्स या फोटो फ्रेम में किया जाता है. इस तकनीक को बनाने वाले एमआईटी के पीएचडी स्टूडेंट सिंडी शिन लियो काओ के मुताबिक इसका प्रोटोटाइप बनाने में उन्हें 175 डॉलर (लगभग 11,700 रुपये) से कम की लागत आई है. उन्होंने कहा कि इसे बनाना कंप्यूटर के कंपोनेंट्स जैसा ही सस्ता है.

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'लोशन की तरह लगाएंगे लोग'
हालांकि DuoSkin स्मार्ट टैटू को फिलहाल प्रोटोटाइप यानी ट्रायल के रूप में पेश किया गया है. रिसर्चर्स का मानना है कि आने वाले दिनों में इसे लोग अपने शरीर में लोशन की तरह लगाने लगेंगे.


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