
उत्तर प्रदेश में विधायक निधि बढ़ जाएगी. विधायक निधि अभी दो करोड़ रुपये सालाना है. योगी सरकार ने शुक्रवार को इसे दो से बढ़ाकर तीन करोड़ रुपये सालाना करने का प्रस्ताव विधानसभा में पेश किया. यह प्रस्ताव खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में पेश किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायक निधि में वृद्धि का प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि विधायकों के वेतन, भत्तों और पेंशन को लेकर चर्चा भी जरूरी है. उन्होंने इसके लिए भी कमेटी बनाने का प्रस्ताव पेश किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्त मंत्री की अध्यक्षता में कमेटी बनाई जाएगी.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के गठन के बाद यह दूसरा अवसर है, जब विधायक निधि बढ़ाई गई है. इससे पहले अभी पिछले साल 2019 में ही सरकार ने विधायक निधि को डेढ़ करोड़ रुपये से बढ़ाकर दो करोड़ रुपये सालाना किया था. अब इसे डेढ़ गुना बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया गया है.
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विधायकों को वेतन और भत्ते देने के मामले में उत्तर प्रदेश अभी तेलंगाना और दिल्ली के बाद तीसरे नंबर पर है. तेलंगाना और दिल्ली, दोनों राज्यों में विधायकों को वेतन भत्ते के तौर दो लाख रुपये से अधिक की राशि प्रत्येक माह मिलती है. वहीं, उत्तर प्रदेश में विधायकों को मिलने वाला वेतन भत्ता अभी 1.87 लाख रुपये मासिक है. बता दें कि विधायक निधि बढ़ाने की मांग विधायकों की ओर से रह-रहकर की जाती रही है.