
देश में लगातार बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 1984 के दंगों से तुलना करने पर फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नेता इंद्रेश कुमार के बीफ वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ऐसे तमाम बयानों की कड़ी आलोचना की है.
ओवैसी ने कहा कि राजनाथ सिंह का बयान सही नहीं है. वह क्यों भूल रहे हैं कि 2002 को गुजरात में क्या हुआ था, वह क्यों भूल रहे हैं कि 6 दिसंबर 1992 को क्या हुआ था, वह जनवरी 1993 में मुंबई में जो खून की होली गई उसे वो क्यों भूल रहे हैं?
संघ नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर ओवैसी ने कहा कि क्या आप धमकी दे रहे हैं? आप होते कौन हैं ऐसा कहने वाले, कानून किसलिए है? ओवैसी ने कहा कि इस तरह के बयानों से आप कहना चाहते हैं कि और दलित व मुसलमानों को मारेंगे? आप होते कौन हैं इस तरह की बात कहने वाले, मुल्क में संविधान नहीं है क्या? क्या मुल्क में कानून का राज नहीं है? क्या मुल्क में कोर्ट नहीं है? अगर ऐसे ही चलेगा तो समाज में अराजकता रहेगी और फिर ऐसे में कोर्ट का क्या मतलब है?
ओवैसे ने कहा कि आप कौन हैं, क्या आप ये देश चला रहे हैं? ऐसे बयानों से देश नहीं चलेगा. हरियाणा के मुख्यमंत्री भी यही बात करते हैं जो इंद्रेश कुमार कह रहे हैं. क्या ऐसे बयानों से आप मुसलमानों को सेकंड दर्जे का नागरिक बनाना चाहते हैं? आपकी इन बातों से कोई डरने वाले नहीं है और अगर ऐसा ही चलता रहा तो कानून, संसद और संविधान सब खत्म हो जाएगा.
बता दें कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में बोलते हुए उन्होंने अपने बयान में कहा था कि मॉब लिंचिंग की सबसे बड़ी घटना तो 1984 में हुई थी. इसके अलावा संघ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा था कि अगर लोग बीफ खाना बंद कर दें तो देश में मॉब लिंचिंग रुक जाएगी.