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हिंदू देवी-देवताओं पर SP सासंद का राज्यसभा में विवादित बयान, हंगामे के बाद जताया खेद

गुलाम नबी आजाद बोले कि व्हाट्सएप के मैसेज को लेकर भी लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, अलग इस तरह से कार्रवाई होगी तो हम सभी जेल में होंगे. उन्होंने कहा कि आपकी पार्टी व्हाट्सएप पर कई तरह के मैसेज फैलाती है. आजाद ने कहा कि झारखंड में आपके परिवार के लोगों ने मस्जिद में घुसकर लोगों पर अत्याचार किया. मैं आपके परिवार का नाम नहीं लेना चाहूंगा, वरना हंगामा हो जाएगा.

मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर हुई बहस मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर हुई बहस
मोहित ग्रोवर/सुप्रिया भारद्वाज/बालकृष्ण
  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 8:08 PM IST

मॉब लिंचिंग पर राज्यसभा में बहस के दौरान सपा सांसद नरेश अग्रवाल के बयान पर बवाल हो गया. अग्रवाल के बयान पर बीजेपी सांसद सदन में भड़क उठे और उनसे माफी की मांग की.

सपा सांसद के बयान पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि नरेश अग्रवाल का यह बयान हिंदू धर्म का अपमान है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए. बीजेपी सांसदों के विरोध के बाद नरेश अग्रवाल का बयान राज्यसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया है. वहीं नरेश अग्रवाल ने भी अपने बयान पर खेद जाहिर किया.  

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बुधवार को राज्यसभा में मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर राज्यसभा में बहस शुरू हुई. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बहस की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने जुनैद का मुद्दा उठाया, वहीं दलित बुजुर्ग को मंदिर में ना जाने के मुद्दे को भी गुलाम नबी आजाद ने उठाया. आजाद ने कहा कि मैं इस मुद्दे पर सरकार को ही निशाना नहीं बना रहा हूं, कई मुद्दों में यह सामने नहीं आया है कि किस पार्टी का हाथ शामिल है. उन्होंने कहा कि झारखंड के अंदर मॉब लिंचिग के मुद्दे पर लगातार कई मामले सामने आए हैं. पिछले साल जानवर ले जा रहे दो व्यक्तियों को गो रक्षकों ने मारा और पेड़ से लटका दिया. 

गुलाम नबी आजाद बोले कि व्हाट्सएप के मैसेज को लेकर भी लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, अलग इस तरह से कार्रवाई होगी तो हम सभी जेल में होंगे. उन्होंने कहा कि आपकी पार्टी व्हाट्सएप पर कई तरह के मैसेज फैलाती है. आजाद ने कहा कि झारखंड में आपके परिवार के लोगों ने मस्जिद में घुसकर लोगों पर अत्याचार किया. मैं आपके परिवार का नाम नहीं लेना चाहूंगा, वरना हंगामा हो जाएगा. 

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उन्होंने कहा कि देशभर में गो रक्षा के मुद्दे पर गुंडागर्दी हो रही है. आजाद ने इस दौरान कई घटनाओं का जिक्र किया. वहीं इंग्लैंड में हुई नस्लभेदी के हादसे का उदाहरण भी दिया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर की घटनाओं का मुद्दा भी उठाया. आजाद बोले कि वहां पर नई-नई सरकार बनी थी, उस दौरान पुलिस ने वहां पर दो लोगों को गोली मार दी थी, जिसमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई थी. लेकिन SHO को एक हफ्ते के लिए सस्पेंड किया गया और कुछ नहीं. मोहम्मद अयूब पंडित की हत्या एक शर्मनाक बात है, हम इसकी निंदा करते हैं. महाराष्ट्र में भी एक व्यक्ति मुस्लिम टोपी लगाए हुए था, उसकी हत्या कर दी गई.

उन्होंने कहा कि आज देश में जितनी भी लिंचिंग हो रही है कि उसमें रुलिंग पार्टी के संघ परिवार का कोई ना कोई सदस्य रहा है. हम मानते हैं कि पीएम ने इस पर बयान दिया है लेकिन सरकार ने शायद ये सोच रखा है कि हम बयान देते रहेंगे, लेकिन तुम अपना काम करते रहो. देश सबका है लेकिन सबसे ज्यादा जिम्मेदारी सरकारी की बनती है. सरकार खुद ही देश का माहौल बिगाड़ रही है.

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि ये लड़ाई किसी धर्म की नहीं है, ये हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई है. ये इंसानियत की लड़ाई है. उन्होंने कहा कि हम मुसलमान होने के बावजूद कश्मीर में लड़ते हैं, कश्मीर में दो मुस्लिम पार्टियां ही आमने-सामने हैं. देश को वोट के आधार पर तोड़ना नहीं चाहिए.

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नकवी ने दिया जवाब

सरकार की ओर से मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ये जो भी घटनाएं हो रही हैं ये अपराध है इसे सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने हर घटना के बाद कड़ी कार्रवाई की है. नकवी ने कहा कि हर मुद्दे पर भारत एकजुट है. सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने गोरक्षकों के मुद्दे पर बात की थी, उन्होंने कहा था कि कुछ लोग इसका फायदा उठाकर देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं. पीएम ने कहा था कि गाय की रक्षा के लिए कानून तोड़ना जरुरी नहीं है.

 

 

 

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