Advertisement

सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए हो रही है मॉब लिंचिंग: लेफ्ट

राजस्थान के अलवर में रकबर खान के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर वामपंथी नेताओं ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने मॉब लिंचिंग को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का हिस्सा करार दिया है.

पार्लियामेंट स्ट्रीट पर लेफ्ट का प्रदर्शन (Twitter) पार्लियामेंट स्ट्रीट पर लेफ्ट का प्रदर्शन (Twitter)
विवेक पाठक/आशुतोष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 24 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 5:23 PM IST

राजस्थान के अलवर में रकबर खान के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर वामपंथी नेताओं ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने मॉब लिंचिंग को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का हिस्सा करार दिया है.

दरअसल दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट पर बंगाल और त्रिपुरा में वामपंथी कार्यकर्ताओं की कथित हत्या और उनके खिलाफ हो रहे हमलों के आरोप में इकट्ठा हुए वामपंथी नेताओं ने मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर केंद्र और राज्यों की बीजेपी की सरकारों पर निशाना साधा है.

Advertisement

आजतक से बातचीत के दौरान येचुरी ने मॉब लिंचिंग की घटना के लिए BJP और RSS को कटघरे मे खड़ा करते हुए कहा है कि जिस तरीके का माहौल RSS और भाजपा ने पैदा किया है और जिस तरीके की प्राइवेट आर्मी आज चल रही हैं, वह बिना सरकार के प्रोत्साहन के संभव नहीं है. 

रकबर खान के साथ अलवर में हुई घटना का जिक्र करते हुए सीताराम येचुरी ने कहा कि इससे पहले पहलू खान की हत्या हुई और अब रकबर खान लेकिन इन दोनों हत्याओं के बीच 46 बेकसूर दलितों और मुसलमानों की 12 राज्यों में हत्या की गई है. येचूरी का आरोप है कि यह बिना RSS और BJP के प्रोत्साहन के संभव नहीं है.

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सदन में प्रधानमंत्री के भाषण पर सवाल उठाते हुए सीपीएम महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री के डेढ़ घंटे के भाषण में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान मॉब लिंचिंग की घटनाओं का एक बार भी जिक्र नहीं आया, इससे पता चलता है कि इन वारदातों के लिए प्रोत्साहन उन्ही की तरफ से आ रहा है.

Advertisement

वहीं सीपीआई सांसद डी राजा ने आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार द्वारा बीफ को मॉब लिंचिंग के लिए जिम्मेदार ठहराया जाने पर RSS और BJP की कड़े शब्दों में निंदा की है. डी राजा ने पूछा है कि RSS यह बताने वाली कौन होती है कि हमें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?  सीपीआई सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की संसद से छुट्टी पर भी सवाल उठाए और कहा कि दोनों को मॉब लिंचिंग की घटना पर अपना पक्ष साफ करना चाहिए. 

वहीं बीफ को मॉब लिंचिंग के लिए जिम्मेदार ठहराया जाने के बयान पर सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने भी कहा कि यह सब बहाने हैं और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करना चाहते हैं. येचुरी का आरोप है कि देश की आजादी से लेकर अब तक इस तरीके से वोट बैंक राजनीति नहीं देखी गई.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement