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मर्डर मिस्ट्री: 'मौत' बांटने वाली एक मॉडल की खौफनाक दास्तान

मुंबई के अरुण टिक्कू और करण कक्कड़ डबल मर्डर में जब एक मॉडल का नाम सामने आया तो हर कोई दंग रह गया. इस मॉडल का नाम सिमरन सूद है. गैंगस्टर विजय पलांडे की पत्नी कही जाने वाली सिमरन ने अरुण और करण को हनी ट्रैप के जरिए फंसाया था. विजय ने सिमरन को अपनी बहन बताया था.

टिक्कू और कक्कड़ डबल मर्डर केस में हुआ था खुलासा टिक्कू और कक्कड़ डबल मर्डर केस में हुआ था खुलासा
मुकेश कुमार
  • मुंबई,
  • 12 अगस्त 2016,
  • अपडेटेड 12:17 PM IST

मौत एक सच है. लेकिन असमय मौत कई सवाल खड़े करती है. यही मौत जब रहस्य बन जाए, तो मुसीबत बन जाती है. भारत में भी कई लोगों की मौत आज भी रहस्य है. सियासी हस्तियों से लेकर फिल्मी सितारों तक, कई ऐसे नाम हैं, जिनकी मौत के रहस्य से आज तक पर्दा नहीं उठ सका है.

aajtak.in कुछ ऐसी घटनाओं पर एक सीरीज पेश कर रहा है. इस कड़ी में आज पेश है मुंबई की एक मॉडल और उसके गैंगस्टर पति की कहानी, जो पैसे और प्रॉपर्टी के लिए लोगों की जान ले लेते थे.

  • मुंबई के अरुण टिक्कू और करण कक्कड़ डबल मर्डर में जब एक मॉडल का नाम सामने आया तो हर कोई दंग रह गया. इस मॉडल का नाम सिमरन सूद है.
  • गैंगस्टर विजय पलांडे की पत्नी कही जाने वाली सिमरन ने अरुण और करण को हनी ट्रैप के जरिए फंसाया था. विजय ने सिमरन को अपनी बहन बताया था.
  • करण कक्कड़ प्रॉपर्टी का काम करता था. उसकी दोस्ता सिमरन से हुई. उसने करण को बॉलीवुड में एक्टर बनने के सपने दिखाए. करण उसके झांसे में आ गया.
  • करण ने अपने भाई हनीश को 5 मार्च को बताया कि वह जल्द ही बहुत बढ़िया फिल्म बनाने जा रहा है. ठीक उसी दिन सिमरन और विजय ने उसका अपहरण कर लिया.
  • उसके बाद चारों ने करण के क्रेडिट कार्ड से लाखों रुपये की शॉपिंग की और 10 अप्रैल 2012 को अंधेरी में किराए के एक फ्लैट में उसका कत्ल कर दिया. 
  • हत्यारे करण की लाश को फ्लैट में ही रखे दो बैग में भरकर उसी की कार से ही वे चिपलून के जंगलों में जाकर उसे फेंक आए.
  • विजय पालंडे और सिमरन का गैंग अक्सर ऐसे लोगों को फंसाता, जो अमीर और अकेले होते थे. फिल्म इंडस्ट्री में कनेक्शन का लालच देकर गैंग उनको फंसाता था.
  • करण की तरह अरुण टिक्कू की हत्या भी इन दोनों ने पूरे प्लान के तहत की थी. उसका बेटा अनुज मुंबई में एक्टर बनने आया हुआ था, उससे दोस्ती की.
  • इसके बाद उसके फ्लैट पर एक जर्मन महिला को ठहरा दिया. धीरे-धीरे उस फ्लैट में विजय के दोस्त धनंजय शिंदे और मनोज गजकोश भी रहने लगे.
  • एक दिन अरुण उस फ्लैट में आया. अपने फ्लैट में किसी और को देखकर उसका पारा चढ़ गया. उसने फौरन फ्लैट खाली करने को कहा.
  • अब सिमरन और विजय को लगा कि उनका फ्लैट हथियाने का सपना पूरा नहीं होगा इसीलिए उन्होंने अपने दोनों साथियों की मदद से उसकी हत्या कर दी.
  • विजय हत्या के इस खेल का पुराना खिलाड़ी था. वह एक नामी गैंगस्टर था. वह दोहरे हत्याकांड में 1998 और 2002 में पहले भी जेल भी चुका था.
  • 2003 में पैरोल में छूटने के बाद वह पहचान बदलकर बैंकॉक में रहने लगा. 2005 में वह वापस भारत आया. 2012 में उसने फिर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था.

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