
मोदी सरकार के चार साल पूरा होने पर पंचायत आजतक के मंच से केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार पाकिस्तान से बातचीत के लिए तैयार है लेकिन इसके लिए जरूरी है कि पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों को छोड़ दे और आतंकवाद पर लगाम लगाने की कवायद शुरू करे. बिना आतंकवाद के खिलाफ बड़ी पहल किए पाकिस्तान से बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है.
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर में स्थिति को सुधारने में मोदी सरकार ने बड़ा पहल की है. कश्मीर में मोदी सरकार के कार्यकाल में पत्थरबाजी की घटनाएं कम हुई हैं. लेकिन पाकिस्तान ने आजादी में बंटवारे के बाद से अपने नापाक मंसूबों को बंद नहीं किया है. आज कश्मीर में पाकिस्तान की किसी भी नापाक कोशिश का मुंह तोड़ जवाब दिया जा रहा है. अब पाकिस्तान को समझ लेना चाहिए कि भारत में एक मजबूत सरकार है और उसे अपने नापाक मंसूबों को थोड़कर रिश्तों को सुधारने की पहल करनी चाहिए.
राजनाथ सिंह के कहा कि भारत ने कश्मीर में रमजान के महीने में सीजफायर का ऐलान इसलिए किया है जिससे सरकार लोगों के दिलों अपनी जगह बना सके. सिंह ने कहा कि रमजान पाक महीना है और सरकार की कोशिश है कि इस पाक महीने के दौरान किसी नागरिक की मौत हत्या न हो. लेकिन पाकिस्तान इय सीजफायर का फायदा उठाने की कोशिश करेगा तो उसे कड़ा जवाब दिया जाएगा. इसका सुबूत यह है कि रमजान के बाद भारतीय सेना ने सरहद पर कई आतंकियों को मार गिराया है.
क्या दोनों देशों के बीच फिर से चर्चा होनी चाहिए?
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान एक महत्वपूर्ण पड़ोसी है और हमारे संबंध अच्छे होने चाहिए. लेकिन पाकिस्तान से तब तक बातचीत नहीं की जाएगी जबतक वह आंतकवाद पर लगाने की वास्तविक पहल न करे. वहीं हुर्रियत से बातचीत करने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि वह किसी से भी बात करने के लिए लिए तैयार हैं. यहां तक कि सरकार से बातचीत के लिए कश्मीर से कोई भी संगठन आएगा, भारत सरकार उससे बात करेगी. सरकार पाकिस्तान से भी बातचीत करने के लिए तैयार हैं.
पाकिस्तान से आएगा दाऊद, हाफिज
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पंचायत आजतक के मंच से कहा कि ऐसे मुद्दों पर कुछ नहीं कहा जा सकता है. यह संवेदनशील मामला है इसका इजहार नहीं किया जा सकता है. राजनाथ ने कहा कि सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक की घोषणा करके ऑपरेशन नहीं किया था. लिहाजा, जो भी कदम उठाया जाएगा वह पूरी गोपनियता के साथ उठाया जाएगा लेकिन इतना जरूर है कि जो भी कदम उठाया जाएगा वह देश के सामने जरूर आएगा.