
प्याज के दामों में हुई अचानक बढ़ोतरी पर केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने मौसम को जिम्मेदार बताया. केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने मंगलवार को कहा कि बाढ़ के कारण प्याज की ढुलाई में दिक्कत आ रही है. इस वजह से कीमतों में इजाफा हुआ है, लेकिन सरकार अलर्ट है. हमारे पास प्याज की कमी नहीं है. हमारे पास 56 हजार टन प्याज है, जो राज्य खरीदना चाहते हैं वह खरीद सकते हैं.
रामविलास पासवान ने कहा है कि दिल्ली और त्रिपुरा ने प्याज खरीदना भी शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में 24 रुपये किलो प्याज बेची जाएगी.
बता दें कि महाराष्ट्र इस वक्त मॉनसून की बारिश और बाढ़ से त्रस्त है. प्याज की सप्लाई नासिक जैसे शहरों से होती है, जो बारिश से प्रभावित हैं. इस वजह से देश के दूसरे शहरों में प्याज की सप्लाई प्रभावित हुई है.
दिल्ली के आजादपुर मंडी के कारोबारी और ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा ने बताया कि सप्लाई में सुधार होने से सोमवार को प्याज में थोड़ी नरमी आई, फिर भी थोक भाव 25-45 रुपये प्रति किलोग्राम था. उन्होंने बताया कि दो कारोबारी सत्रों को मिलाकर सोमवार को आजादपुर में प्याज की कुल आवक 150 ट्रक हो गई, जिसके कारण दाम तकरीब 2.50 रुपये प्रति किलो नरम हो गया है.
वहीं, एपीएमसी की वेबसाइट पर सोमवार को प्याज का भाव 22.50-42.50 रुपये प्रति किलोग्राम था और आवक का आंकड़ा 1,370.9 टन दर्ज की गई. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में हुई भारी बारिश के कारण नई फसल खराब होने और उसकी सप्लाई में देरी होने की आशंकाओं से प्याज की आवक अभी भी खपत के मुकाबले कम है, जबकि ऊंचे भाव के कारण खपत में कमी आई है.