
गुड़गांव के प्रद्युम्न हत्याकांड से सबक लेते हुए अब मोदी सरकार अभिभावकों के लिए शिविर लगाएगी. मानव संसाधन विकास मंत्रालय देश के कुछ शहरों में अभिभावकों, शिक्षाविदों, मनोवैज्ञानिकों और एक्सपर्ट्स की वर्कशॉप लगाएगा.
वर्कशॉप में अभिभावकों को बच्चों को लेकर जिम्मेदारी बताई जाएगी. मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि वर्कशॉप में अभिभावकों को बच्चों के प्रति उनकी जिम्मेदारी से अवगत कराया जाएगा.
एक्सपर्ट्स लेंगे पैरेंट्स की क्लास
वर्कशॉप में बताया जाएगा कि स्कूल भेजने भर से अभिभावकों की जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती है. बच्चे बड़ों को देखकर सीखते हैं, लिहाजा घर में बच्चों की मौजूदगी में अभिभावकों का व्यवहार कैसा हो इसकी जानकारी दी जाएगी. साथ ही पैरेंट्स झगड़ा न करें, बच्चों को किस तरह समय देना है, कैसे उनसे स्कूल की छोटी-छोटी बातें भी साझा करनी है, इस संबंध में भी जानकारी दी जाएगी.
इन वर्कशॉप में मनोवैज्ञानिक भी अपनी सलाह देंगे. पैरेंट्स को बताया जाएगा कि बच्चों के हाथ में मोबाइल या गैजेट्स थमा देना ही उपाय नहीं है. बच्चों को पैरेंट्स खुद समय दें या उनको बोर न होने दें, ताकि बच्चे कुछ नया करने के बारे में सोचें.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कोशिश है कि देश के अलग अलग हिस्सों में 4-5 वर्कशॉप कराने के बाद रिपोर्ट के आधार पर आगे ऐसी वर्कशॉप कराई जाए. ऐसी खबरें आई थी कि प्रदुम्न की हत्या के आरोपी छात्र के माता-पिता में झगड़ा होता था.