
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने चार धाम यात्रा करने वालों श्रद्धालुओं को बड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने सोमवार को कहा है कि इन तीर्थ स्थलों को आपस में जोड़ने के लिए नया हाईवे बनाया जाएगा. इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत 12 हजार करोड़ रुपये होगी, जबकि इसे पूरा करने के लिए तीन साल का लक्ष्य रखा गया है.
गडकरी ने कहा, 'सरकार ने इस प्रोजेक्ट का ऐलान कर दिया है. हमने इसे बनाने के लिए निविदा निकाले जाने की शुरुआत कर दी है. काम का वितरण किया जा रहा है.'
भूस्खलन का नहीं होगा असर
मंत्री ने आगे कहा कि यह नया हाईवे सभी मौसमों में चालू रहने लायक बनाया जा रहा है. भूस्खलन की घटना भी इस सड़क पर कोई बुरा असर नहीं कर पाएगी. नदियों को जोड़ने की योजना के अलावा यह भी एक बड़ी योजना है. यह नदियों की जोड़ने की योजना के साथ ही बनाया जाएगा.'
हादसों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा नीति
इससे पहले केंद्र सरकार ने रविवार को बताया कि सड़क हादसों को रोकने के मकसद से उसने एक राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा नीति अनुमोदित की है. इसके लिए एक शीर्ष निकाय के रूप में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद गठित की है. मंत्री गडकरी ने सदन में एक सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी दी.
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद बनाने का फैसला
मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही सरकार ने सड़क सुरक्षा के मामलों में नीतिगत निर्णय लेने के लिए शीर्ष निकाय के रूप में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद स्थापित की है. गडकरी ने बताया कि उनके मंत्रालय ने सभी राज्यों, संघ राज्य क्षेत्रों से सड़क सुरक्षा परिषद और जिला सड़क सुरक्षा समितियां गठित करने और उनकी बैठकें नियमित रूप से आयोजित करने का अनुरोध किया है.