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VIP कल्चर पर मोदी की चोट, 1 मई से लाल बत्ती पर लगाई रोक

केंद्र की नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने बुधवार को वीवीआईपी कल्चर के खिलाफ एक बड़ा फैसले लिया है. आने वाली 1 मई से अब सिर्फ 5 लोग ही लाल बत्ती का इस्तेमाल कर पाएंगे. अब सिर्फ राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश और लोकसभा स्पीकर ही लाल बत्ती का इस्तेमाल कर सकेंगे.

वीवीआईपी कल्चर पर मोदी का वार वीवीआईपी कल्चर पर मोदी का वार
हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 19 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST

अगर आप लाल बत्ती लगए हुए, हूटर बजाते हुए नेताओं की गाडियों से परेशान हैं जो सडक पर दनदनाती हुई गुजरती हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे देश में वीवीआईपी कल्चर ही खत्म हो जाएगा. 1 मई से आपको पूरे देश भर में किसी भी गाड़ी के ऊपर कोई भी लाल या नीली बत्ती नहीं दिखाई देगी. ये नियम सब पर बराबारी से लागू होगा और किसी को कोई छूट नहीं मिलेगी. यहां तक कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और मुख्यमंत्री भी लाल बत्ती नहीं लगा सकेंगे. सिर्फ एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस जैसी इमरजेंसी सेवाओं में लगी गाडियां ही नीली बत्ती का इस्तेमाल कर सकेंगी. ये फैसला खुद प्रधानमंत्री मोदी ने लिया और इसके बारे में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में जानकारी दी.

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16 लाख से ज्यादा VVPAT मशीने खरीदेगी सरकार
केंद्रीय कैबिनेट ने 16 लाख 15 हजार नई मशीन विद वोटर वैरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) खरीदने के लिए 3,173 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दे दी है. वित्तमंत्री अरुण जेटली ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकारी बजट से इन मशीनों के खरीदने के खर्च की व्यवस्था होगी. अप्रैल 2017 में इन मशीनों के लिए ऑर्डर दिए जाएंगे, तो सितंबर 2018 तक इनकी आपूर्ति हो पाएगी. इसके बाद जितने भी चुनाव कराए जाएंगे. उनमें इन मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग लंबे समय से VVPAT की मांग करता रहा है. 

हाल ही में खुद पेश किया था उदाहरण
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में वीवीआईपी कल्चर को दरकिनार कर सामान्य ट्रैफिक में लोककल्याण मार्ग से लेकर दिल्ली एयरपोर्ट कर का सफर तय किया था. भारत दौरे पर आई बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शुक्रवार (7 अप्रैल) को भारत पहुंची, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ही उनकी अगुवानी करने पहुंच गये थे.

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पीएम मोदी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के स्वागत के लिये प्रोटोकॉल के विपरीत आईजीआई हवाईअड्डा पर खुद पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ सिर्फ ड्राइवर और एक एसपीजी कमांडो ही साथ थे.

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