
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन आज यानी 8 फरवरी को 55 साल के हो गए हैं. भारत के महानतम कप्तानों में शुमार अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर फिक्सिंग के जाल में फंस गया था.
फिक्सिंग का लगा था आरोप
अजहरुद्दीन पर साल 2000 में मैच फिक्सिंग का आरोप लगा, जिसके बाद बीसीसीआई ने उनके आजीवन क्रिकेट खेलने पर बैन लगा दिया था. हालांकि 8 नवंबर, 2012 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने अजहर पर लगे आजीवन प्रतिबंध को खारिज कर दिया था.
1984 में किया था इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू
हैदराबाद में जन्मे मोहम्मद अजहरुद्दीन ने साल 1984 में इंटरनेशनल क्रिकेट में दस्तक दी थी. अजहर ने अपना पहला टेस्ट मैच 31 दिसंबर 1984 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला. उनकी शानदार बल्लेबाजी स्टाइल के लिए उनको कलाइयों का जादूगर कहा जाता था.
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टेस्ट और वनडे में शानदार रिकॉर्ड
अजहर ने 99 टेस्ट मैचों में 45.03 की औसत से 6215 रन बनाए और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 199 रन है. इसके अलावा 334 वनडे में उन्होंने 36.92 की औसत से 9378 रन बनाए हैं और उनका बेस्ट स्कोर 153* रन रहा है.
ऐसा है कप्तानी का रिपोर्ट कार्ड
मोहम्मद अजहरुद्दीन 1990 में टीम इंडिया के कप्तान बने. अजहरुद्दीन ने 1992, 1996 और 1999 के वर्ल्ड में टीम इंडिया की कप्तानी का जिम्मा संभाला. मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपनी कप्तानी में भारत को 14 टेस्ट और 90 वनडे मैच जिताए हैं.
अजहर को 1985 में बेस्ट इंडियन क्रिकेटर के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. भारत सरकार की ओर से उन्हें 1986 में अर्जुन अवॉर्ड, 1988 में पद्म श्री से नवाजा गया. 1991 में उन्हें विजडन 'क्रिकेटर ऑफ द ईयर' का खिताब मिला था.