Advertisement

राम मंदिर जल्द बनने से हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव खत्म होगा: भागवत

अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण का मुद्दा पिछले कई वर्षों से राजनीति में चलता रहा है. ये मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है और जल्द ही इस पर फैसला आ सकता है.

संघ प्रमुख मोहन भागवत (File Pic- PTI) संघ प्रमुख मोहन भागवत (File Pic- PTI)
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 20 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 8:31 AM IST

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को 'भविष्य के भारत' कार्यक्रम में कई सवालों के जवाब दिए. इस दौरान भागवत ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की बात की.  

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में राम मन्दिर का शीघ्र निर्माण होना चाहिए और विश्वास व्यक्त किया कि इससे हिंदुओं एवं मुस्लिमों के बीच तनाव खत्म हो जाएगा.

Advertisement

भगवान राम को “इमाम-ए-हिंद” बताते हुए भागवत ने कहा कि वह देश के कुछ लोगों के लिए भगवान नहीं हो सकते लेकिन वह समाज के सभी वर्ग के लोगों के लिए भारतीय मूल्यों के एक आदर्श हैं.

उन्होंने कहा, “एक संघ कार्यकर्ता, संघ प्रमुख और राम जन्मभूमि आंदोलन के एक हिस्से के तौर पर मैं चाहता हूं कि भगवान राम की जन्मभूमि (अयोध्या) में जल्द से जल्द भव्य राम मंदिर बनाया जाए.”

संघ के तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन उन्होंने कहा, ‘‘अब तक यह हो जाना चाहिए था. भव्य राम मंदिर का निर्माण हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव की एक बड़ी वजह को खत्म करने में मदद करेगा और अगर मंदिर शांतिपूर्ण तरीके से बनता है तो मुस्लिमों की तरफ उंगुलियां उठनी बंद हो जाएंगी.”

उन्होंने कहा कि यह देश की संस्कृति और “एकजुटता को मजबूत” करने का मामला है, यह देश के करोड़ों लोगों के विश्वास का मुद्दा है.

Advertisement

उन्होंने इस मुद्दे पर बातचीत का भी समर्थन किया लेकिन कहा कि अंतिम फैसला राम मंदिर समिति के पास होगा जो मंदिर के निर्माण के लिए आंदोलन चला रही है.

उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर वार्ता का समर्थन किया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अंतिम निर्णय राम मंदिर समिति को करना है जो राम मंदिर के निर्माण के लिए अभियान की अगुवाई कर रही है.

संघ प्रमुख ने कहा कि उन्हें यह नहीं मालूम कि राम मंदिर के लिए अध्यादेश जारी किया जा सकता है क्या, क्योंकि वह सरकार के अंग नहीं हैं.

भागवत ने विभिन्न समुदायों के लिए आरक्षण की वर्तमान व्यवस्था का पुरजोर समर्थन किया. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने दावा किया कि विश्वभर में हिन्दुत्व की स्वीकार्यता बढ़ रही है जो उनके संगठन की आधारभूत विचारधारा है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement