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बच्चों का ध्यान रखने के लिए इस मां को लेनी पड़ती है गांजा

इस मां को ये बताने में कोई शर्म नहीं है कि वो अपने बच्चों का ध्यान रखने से पहले भांग का नशा करती है. ये मां तो मानती है कि भांग का नशा उसे एक बेहतर मां बनाता है.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 जुलाई 2015,
  • अपडेटेड 7:15 PM IST

शिकागो की इस मां को ये बताने में कोई शर्म नहीं है कि वो अपने बच्चों का ध्यान रखने से पहले भांग का नशा करती है. ये मां तो मानती है कि भांग का नशा उसे एक बेहतर मां बनाता है.

लीया ग्रोवर की उम्र 31 साल की है. वो कहती है कि उन्हें लगता है कि भांग का नशा करके वो अपने बच्चों को ज्यादा अच्छे तरीके से संभाल पाती हैं. पर उन्हें इस बात से सख्त एतराज है कि लोग उन्हें उनकी इस आदत की वजह से अक्सर गलत जज कर लेते हैं.

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हालांकि तार्किक रूप से ये सही तो नहीं है लेकिन लीया का कहना है कि भांग का नशा करने के बाद वो अपने बच्चों को ज्यादा बेहतर तरीके से संभाल पाती हैं. उनके साथ ज्यादा मस्ती कर पाती हैं. उनकी जिद को ज्यादा अच्छे तरीके से संभाल पाती हैं. उन्होंने अपने इस अनोखे पैरेंटिंग स्क‍िल को लेकर एक लेख भी लिखा है .

अच्छी बात ये है कि लीया हर रोज नशा नहीं करती हैं. साथ ही गाड़ी चलाने से पहले भी वो ऐसा करने से बचती हैं. उन्हें अपने बच्चों का पूरा ख्याल होता है इसलिए वो उनके सामने भी नशा नहीं करती हैं. वो नशा उस वक्त ही करती हैं जब वो अपने बच्चों को संभालने के दौरान तनाव महसूस करने लगती हैं. एक छोटा सा ब्रेक लेकर वो उनसे दूर हो जाती हैं और नशा करके वापस लौट आती हैं.

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पहली बार 15 साल की उम्र में उन्होंने भांग का नशा किया था. उसके बार-बार धीरे-धीरे उन्हें इसकी लत लग गई और ये उन्हें पसंद आने लगा. वो बताती हैं कि बीच में कई सालों तक उन्होंने इसका सेवन नहीं किया लेकिन एक दिन जब वो घर में अकेली थीं और उनके बच्चे रो रहे थे-चीख रहे थे तो वो काफी तनाव में आ गई थीं.

उसके बाद उन्होंने अपने उस बॉक्स को टटोला जिसे उन्होंने लंबे समय से नहीं छुआ था. उसमें से एक पफ लेने के बाद उनका सारा तनाव कम हो गया. उनका कहना है कि नशा करने के बाद जब वो अपने बच्चों के पास लौटीं तो काफी सुकून में थीं और उन्हें कोई तनाव भी नहीं था.

उनका मानना है कि भांग का नशा कर लेने के बाद उन्हें उनके बच्चों के शोर, चीख और गंदनी मचाने से फर्क पड़ना बंद हो जाता है. ऐसा करने के बाद वो तनाव नहीं लेती हैं और अपने बच्चों का ज्यादा अच्छे से ख्याल रख पाती हैं.

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