
बिहार में आई बाढ़ की विभीषिका में मौत का आंकड़ा अब 304 के पार पहुंच चुका है. इस भीषण त्रासदी में जहां 18 जिले प्रभावित है वहीं तकरीबन 1.4 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं. सबसे ज्यादा अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, मोतिहारी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, सहरसा, बेतिया, सुपौल और खगड़िया जिले प्रभावित है.
सबसे ज्यादा अररिया गांव में हुई मौतें
बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने जो ताजे आंकड़े जारी किए है उसमें सबसे ज्यादा मौतें अररिया में हुई है. जहां पर 74 लोगों की जान चली गई है. एक तरफ जहां अररिया, कटिहार, पूर्णिया और किशनगंज में नदियों का जलस्तर कुछ कम हो रहा है वहीं दूसरी ओर दरभंगा, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिले में बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी हुई है.
गांव के अंदर 7 से 8 फीट तक भरा पानी
दरभंगा में बाढ़ का जायजा लेने के लिए आज तक की टीम दरभंगा के बहादुरपुर प्रखंड के तारालाही गांव में पहुंची. बागमती नदी में आई बाढ़ की वजह से पूरा का पूरा गांव पूरी तरीके से जलमग्न है और गांव के अंदर 7 से 8 फीट तक पानी भरा हुआ है. अचानक आई इस बाढ़ की वजह से लोगों को अपनी जान बचाने के लिए अपना घर बार छोड़कर सड़कों पर आना पड़ा है.स्कूल हुआ जलमग्न
तारालाही गांव में जी एन इंग्लिश स्कूल की हालत तो सबसे बुरी है जहां पर पूरा का पूरा स्कूल पूरी तरीके से बाढ़ के पानी में डूब गया है. इलाके में पानी का जलस्तर बढ़ता जा रहा था दो दिन पहले स्कूलों से सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया था. आज तक की टीम जब इस स्कूल में पहुंची तो पाया कि गांव वाले स्कूल के अंदर बच्चों के लिए टेबल और कुर्सी को पानी में से निकालकर उसके स्थान पर ले जा रहे हैं.
प्रशासन से नहीं मिली कोई मदद
गांव वालों का कहना था बागमती नदी में आई बाढ़ के कारण बहुत परेशान है . उन्हें प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की मदद नहीं मिली और उन्होंने खुद ही बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
गौरतलब है कि दरभंगा में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है.