
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए पश्चिमी मध्य प्रदेश के तमाम इलाकों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. मानसून के अक्ष पर बने कम दबाव के क्षेत्र ने पश्चिमी मध्य प्रदेश की तरफ रुख कर लिया है.
कई और राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
ऐसा अनुमान है कि इंदौर, उज्जैन, खांडवा, होशंगाबाद समेत पश्चिमी मध्य प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में घने बादलों का जमावड़ा रहेगा और इसी के साथ ज्यादातर इलाकों में मूसलाधार बारिश की आशंका जताई जा रही है. मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन चार दिनों तक ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की खासी संभानाएं हैं.
पूरे उत्तर भारत में करवट लेगा मानसून
ऐसा अनुमान है कि उत्तर भारत में 6 अगस्त से मौसम करवट लेगा और यहां पर मानसून का अक्ष ऊपर खिसकने की वजह से दिल्ली-एनसीआर समेत तमाम इलाकों में मौसमी बदलाव दिखने लगेगा. 6 अगस्त को
दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर भारी बारिश की भी आशंका है. इसी के साथ उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी घने बादलों की धमाचौकड़ी शुरू हो जाएगी. लिहाजा पहाड़ों
पर रहने वालों को एक बार फिर से सतर्क हो जाना चाहिए. 6 अगस्त को शुरू हो रही बारिश धीरे-धीरे तेज होती चली जाएगी और 8 अगस्त को उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई जा रही है. इसका सीधा सा मतलब ये हुआ कि उत्तराखंड को 8 अगस्त के लिए रेड वॉर्निंग का सिग्नल दे दिया गया है.
भारी बारिश से कई राज्य पहले ही त्रस्त
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून की बारिश पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा पश्चिमी बंगाल के गांगेड़ क्षेत्रों में, राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में दर्ज की गई है. गुजरात और कोंकण गोवा में झमाझम बारिश
का दौर जारी है. मध्य महाराष्ट्र और तेलांगाना में कई जगहों पर मूसलाधार बारिश दर्ज की गई है. महाराष्ट्र में महाबलेश्वर में 24 सेंटीमीटर की बहुत भारी बारिश पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड की गई गई है. तो वहीं ओडिशा में हीराकुड बांध पर 17 सेंटीमीटर की भारी बारिश रिकॉर्ड की गई. उड़ीसा की तमाम दूसरी जगहों पर पिछले 24 घंटों में 8 से 12 सेंटीमीटर की भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है.
अगले 24 घंटे होंगे मुश्किल
इस समय मानसून के अक्ष की बात करें तो ये फलौदी, गुना, अंबिकापुर से होता हुआ बंगाल की खाड़ी में पहुंच रहा है. बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र उड़ीसा के ऊपर इस समय भारी बारिश दे रहा है
जबकि छत्तीसगढ़ पर बना कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर पहुंच चुका है. मौसम के जनाकारों का कहना है कि अगले 24 घंटों में दोनों कम दबाव के क्षेत्र आपस में मिल जाएंगे और पश्चिमी मध्य प्रदेश के
ऊपर पहुंचकर भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना पैदा कर देंगे.