
देश में मानसून की बारिश धीरे धीरे आगे बढ़ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक इस समय मानसून की हवाएं बंगाल की खाड़ी के मध्य और उत्तरी हिस्से के साथ-साथ पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में दस्तक दे चुकी हैं.
दक्षिण भारत की बात करें तो मानसून की बारिश करवार, गड़ग और अंगोल तक पहुंच चुकी है. यानी मानसून की रेखा अब गोवा को छू रही है और आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के एक बड़े हिस्से में मानसून की रिमझिम शुरू हो गई है.
उत्तराखंड और हिमाचल में प्री-मानसून बारिश शुरू
मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो तीन दिनों में मानसून कोंकण के कुछ और इलाकों को अपने आगोश में ले लेगा. साथ ही आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के बाकी इलाकों के साथ ही पूर्वोत्तर भारत में मानसून की हवाएं आगे बढ़ेंगी. मौसम विभाग के मुताबिक रत्नागिरी और पंजिम में पिछले 24 घंटों में 10 सेमी की बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसी के साथ कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में कई जगह पर 3 से लेकर 4 सेमी की बारिश रिकॉर्ड की गई है.
पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो तमाम जगहों पर बारिश का सिलसिला जारी है. हिमालय के तमाम इलाकों में भी बादलों की आवाजाही के बीच उत्तराखंड और हिमाचल में भी मानसून पूर्व की बारिश शुरू हो गई है.
इधर उत्तर भारत में राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में धूलभरी हवाओं के बीच गरज के साथ बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम के जानकारों के मुताबिक इस तरह का मौसम अगले दो तीन दिनों तक बना रहेगा.
18 जून के बाद आएगी तेजी
मौसम विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौर के मुताबिक मानसून की मौजूदा लहर थोड़ा कमजोर है. लिहाजा ये रुक-रुककर आगे बढ़ रही है. इस तरह की कमजोर लहर 18 जून तक बनी रहने की संभावना है. डॉ. राठौर के मुताबिक 18 जून के बाद मानसून में तेजी आएगी. इसके बाद पश्चिम बंगाल, बिहार और छत्तीसगढ़ के साथ-साथ उड़ीशा और पूर्वोत्तर भारत में झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा.
इस बार जून की बजाए जुलाई और अगस्त में जोरदार बारिश की पूरी संभावना है. लिहाजा राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में लोगों को मानसून की झमाझम बारिश के लिए फिलहाल दो से तीन हफ्तों का अभी और इंतजार करना होगा.