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मानसून सत्र के दूसरे दिन भी संसद में हंगामा जारी है. विपक्ष ललित मोदी के मुद्दे पर सुषमा स्वराज और वसुंधरा राजे के इस्तीफे पर अड़ा रहा, जिसके बाद दोनों सदनों की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई.
राज्यसभा में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा और वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच गर्मागर्म बहस हुई. आनंद शर्मा सुषमा पर कार्रवाई की मांग करते रहे और जेटली ने कहा कि विपक्ष के पास कोई तथ्य नहीं है. राज्यसभा में बीजेपी-कांग्रेस के सांसदों के बीच नारेबाजी भी हुई.
लोकसभा में कांग्रेस सांसद प्लेकार्ड दिखाते हुए वेल में पहुंच गए. जिसके बाद निचले सदन की कार्यवाही गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले दोनों सदनों की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित की गई थी. एक बार स्थगित होने के बाद राज्यसभा में कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो मायावती के भाषण के बाद हंगामा और बढ़ गया और सदन को फिर स्थगित करना पड़ा. स्पीकर सदन चलने देने की अपील करते रहे, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ.
कांग्रेस ने लोकसभा में दिखाए प्लेकार्ड
लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस ने ललित मोदी मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया. पार्टी नेता वीरप्पा मोइली और मल्लिकार्जुन खड़गे के स्थगन प्रस्ताव को लोकसभा स्पीकर ने खारिज कर दिया.
कांग्रेस सांसद विरोधस्वरूप काली पट्टी पहनकर संसद पहुंचे. उनके हाथों में प्लेकार्ड भी थे, जिस पर लिखा था, 'बड़े मोदी मेहरबान, छोटे पहलवान.' कुछ और प्लेकार्ड पर, 'ललित मोदी पर मौनासन क्यों?' और 'मोदी जी चुप्पी तोड़ो, सुषमा को बर्खास्त करो' जैसे वाक्य लिखे थे. स्पीकर ने कांग्रेस सांसदों से काली पट्टी उतारने और प्लेकार्ड न दिखाने का भी आग्रह किया. उन्होंने कहा कि संसद में प्लेकार्ड दिखाना सदन का अपमान है और ऐसा व्यवहार जारी रहा तो कार्रवाई की जाएगी. राज्यसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर विपक्ष को मुद्दे पर चर्चा करने का प्रस्ताव दिया.
BJP और सरकार के मुखिया की पोल खुली: माया
राज्यसभा की कार्यवाही एक बार स्थगित होने के बाद जब दोबारा शुरू हुई तो बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भी ललित मोदी और व्यापम मामले पर बीजेपी और केंद्र सरकार को आक्रामक अंदाज में घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि सरकार वसुंधरा और सुषमा पर कार्रवाई करने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा, 'ये कहते हैं व्यापम का मामला स्टेट इशू है. ये स्टेट इशू नहीं, नेशनल इशू है. इससे भारतीय जनता पार्टी और बीजेपी सरकार के मुखिया की पोल खुल गई है.'
सरकार और BJP सुषमा के साथ!
बीजेपी संसद में विपक्ष के आक्रामक रुख पर पलटवार करने की कोशिश में है.
इसी के मद्देनजर बुधवार को सदन की कार्यवाही से पहले बीजेपी संसदीय दल की
बैठक हुई.
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में अमित शाह ने कहा कि सुषमा या किसी ने भी कुछ गलत नहीं किया है. सभी तथ्यों को जांचा गया है और पूरी पार्टी और सरकार उनके साथ है. अमित शाह ने कहा कि हमारे किसी नेता ने ऐसा कुछ नहीं किया जिस पर हमें शर्मिंदा होने
की जरूरत है.
कोल स्कैम पर नया शगूफा
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर कोल स्कैम मामले में नया दावा किया. उन्होंने कांग्रेस के एक नेता पर कोल स्कैम के आरोपी की मदद के लिए उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया और फिर मुख्य विपक्षी दल पर ललितगेट मामले में झूठ बोलने का इल्जाम भी लगा दिया.
सुषमा ने कहा, 'ललितगेट पर कांग्रेस गलत बोल रही है. हमारी कोई गलती नहीं है. हम सदन में सब बताएंगे.' इस पर सोनिया ने कहा, 'उनको जो कहना है कहने दीजिए. जो हमको कहना है, कहेंगे.'
कांग्रेस ने स्थगित किया धरना
सुषमा के ट्वीट के बाद कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदल दी है. कांग्रेस ने संसद भवन परिसर में होने वाला अपना धरना फिलहाल टाल दिया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस सभी विपक्षी दलों के ज्यादा से ज्यादा सांसदों को साथ लेकर धरना देना चाहती है. इसलिए फिलहाल सोनिया और राहुल की अगुवाई में होने वाला प्रदर्शन टाल दिया गया है.
उधर बीजेपी के पलटवार से शिवसेना भी उत्साहित हो गई है. पार्टी नेता संजय राउत ने कहा, 'अब हमारी तरफ से भी हमले हो रहे हैं, अच्छी बात है. अब कांग्रेस को समझ आएगा कि खेल इतना आसान नहीं है.'