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सर्वे: बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार भारतीयों की सबसे बड़ी चिंता

देश का मिजाज जानने के लिए 'आजतक' और इंडिया टुडे ने KARVY इंसाइट लिमिटेड के साथ मिलकर अब तक का सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. मूड ऑफ द नेशन नाम से किए गए इस सर्वे में इन राज्यों के 97 संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत पड़ने वाले 194 विधानसभा क्षेत्र में कुल 12,178 लोगों की राय पूछी गई, जिनमें 68% लोग ग्रामीण और 32% लोग शहरी इलाकों में रहने वाले थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
साद बिन उमर
  • नई दिल्ली,
  • 17 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 11:26 PM IST

देश का मिजाज जानने के लिए 'आजतक' और इंडिया टुडे ने KARVY इंसाइट लिमिटेड के साथ मिलकर अब तक का सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. देश के 19 राज्यों-  आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 12 जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह सर्वे किया गया.

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मूड ऑफ द नेशन नाम से किए गए इस सर्वे में इन राज्यों के 97 संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत पड़ने वाले 194 विधानसभा क्षेत्र में कुल 12,178 लोगों की राय पूछी गई, जिनमें 68% लोग ग्रामीण और 32% लोग शहरी इलाकों में रहने वाले थे.

इस सर्वे में शामिल लोगों से जब उनकी सबसे बड़ा चिंता का विषय पूछा गया, तो 27% लोगों ने बेरोजगारी, 20% ने भ्रष्टाचार, तो वहीं 19% लोगों ने महंगाई का नाम लिया. इसके अलावा छह-छह फीसदी लोगों ने महिला सुरक्षा और किसानों की समस्या, तो चार-चार फीसदी लोगों ने आतंकवाद और नोटबंदी को चिंता का विषय करार दिया.

यहां गौर करने वाली बात यह थी कि पूर्वी भारत और 18-24 वर्ष की आयुवर्ग के युवाओं के (पूरे भारत के स्तर पर) बीच बेरोजगारी अपेक्षाकृत बड़ी चिंता थी. वहीं पूर्वी भारत में लोगों के लिए भ्रष्टाचार चिंता का बड़ा सबब था, जबकि दक्षिण भारत के ज्यादातर लोगों ने महंगाई को बड़ी चिंता बताई.

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