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महाराष्ट्र के लातूर में 'मोरल पुलिसिंग' का एक बेशर्म मामला सामने आया है. लातूर में साथ घूम रहे एक जोड़े के साथ कुछ लोगों ने सिर्फ इसलिए मारपीट की, क्योंकि वह साथ में घूम रहे थे. उन्होंने लड़के के साथ लड़की की भी बुरी तरह पिटाई की. आरोपियों ने घटना का वीडियो भी बनाया जो अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है.
घटना नवंबर 2014 की बताई जा रही है. इस वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. वीडियो के सामने आने के बाद पुलिस भी तुरंत हरकत में आई और घटना में शामिल लोगों की खोजबीन में लग गई. पुलिस ने घटना में शामिल चार में से तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है. हालांकि इस घटना का मुख्य अभियुक्त बालाजी गोडसे अभी तक पकड़ा नहीं गया है. तीन गिरफ्तार युवकों की पहचान नितिन गोडसे, अमोल कंडासे और संदीप गोडसे के रूप में हुई है. खबरों के मुताबिक पुलिस इस घटना में शामिल 20 लोगों से पूछताछ कर रहे हैं.
यह वीडियो भले घटना के दो महीने बाद सामने आया है लेकिन इस घटना के बारे में स्थानीय लोगों को पहले से जानकारी थी. एक स्थानीय व्यक्ति के अनुसार, 'इस वीडियो में मुख्य अभियुक्त जोड़े को धमका रहा है कि वह उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाएगा. इसका मतलब है पुलिस को भी इस घटना की जानकारी थी लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.' महाराष्ट्र के गृह मंत्री राम शिंदे ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है, 'मैंने लातूर के एसपी को तुरंत कारवाई करने का निर्देश दिया है. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इस तरह का व्यवहार हमारी सभ्यता को किसी तरह फायदा नहीं पहुंचाता.'
राज्य की महिला और बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह की 'मोरल पुलिसिंग' की समाज में कोई जगह नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने लोगों को भी सामाजिक मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए. मुंडे ने कहा कि अगर किसी को परेशानी है तो पुलिस में शिकायत करें लेकिन किसी को पीटने का अधिकार किसी के पास नहीं है. राज्य महिला आयोग की सदस्य चित्रा वाग ने कहा मुख्यमंत्री को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इन लोगों पर आईटी एक्ट के तहत भी कारवाई हो.
यह वीडियो तमिल चैनल 'न्यूज 7' के सौजन्य से