
मोरक्को की फुटबॉल टीम के मुख्य कोच बाडोउ जाकी को खराब परिणामों के कारण बुधवार को बर्खास्त कर दिया गया. खबरों के मुताबिक 20 महीनों तक इस पद पर रहने के बाद जाकी को पदमुक्त कर दिया गया है.
जाकी 1987 से 1992 तक रियल मार्लोका के गोलकीपर रहे थे. काफी समय से जाकी खुद को टीम से अलग महसूस कर रहे थे लेकिन इस सम्बंध में आधिकारिक घोषणा क्लब की ओर से बुधवार को की गई.
मोरक्कन फुटबॉल फेडरेशन ने हालांकि अब तक जाकी के स्थानापन्न के नाम की घोषणा नहीं की है. मोरक्को की मीडिया का मानना है कि फ्रांस के हार्वे रेनार्ड अगले मुख्य कोच हो सकते हैं. हाल ही में रेनार्ड को फ्रेंच क्लब लिली के कोच पद से हटाया गया है.
जाकी अंतरराष्ट्रीय गोलकीपर रह चुके हैं. उन्होंने 1984 लॉस एंजलिस ओलंपिक खेलों में और फिर दो साल बाद मेक्सिको में खेले गए वर्ल्ड कप में मोरक्को का प्रतिनिधित्व किया. इससे पहले भी वो 2002 में राष्ट्रीय टीम के कोच बनाए गए थे. तब उनके कार्यकाल के दौरान ही टीम 2004 के नेशनल कप के फाइनल में पहुंची जहां वो ट्युनिशिया 2-1 से हार गई.
उनका पहला कार्यकाल 2005 में खत्म हुआ. तब उन्होंने जर्मनी में 2006 में खेले जाने वाले फीफा वर्ल्ड कप के लिए मोरक्को के क्वालिफाइ नहीं करने पर इस्तीफा दिया था. जाकी अपने देश के अनेक क्लबों में कोच रह चुके हैं.
बतौर फुटबॉल प्लेयर जाकी उस टीम का हिस्सा थे जिसे फीफा वर्ल्ड कप के दूसरे दौर में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम होने का गौरव प्राप्त है. यह कारनामा 1986 में खेले गए मेक्सिको वर्ल्ड कप के दौरान हुआ. तब मोरक्को ने पुर्तगाल पर जीत दर्ज की और इंग्लैंड, पोलैंड से ड्रॉ किया था.
उन्होंने नॉकआउट दौर में अपनी शानदार गोलकीपिंग से पश्चिम जर्मनी को लगातार परेशान किया. हालांकि लोथार मैथ्यूज ने अंत में एक फ्रीकिक के जरिए उस वर्ल्ड कप में मोरक्को के सफर का अंत कर दिया.