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हनी ट्रैप केस में सोमवार को नया मोड़ आया जब मध्य प्रदेश सरकार के अतिरिक्त सचिव पीसी मीणा ने राज्य के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर मुलाकात का समय मांगा है जिससे कि वो अपना पक्ष साफ़ कर सकें. इस केस में नेताओं, नौकरशाहों और पत्रकारों का नाम आने से मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था.
बता दें कि मीणा का एक कथित सेक्स वीडियो सोशल मीडिया पर 6 महीने पहले वायरल हुआ था. इससे पहले एक स्थानीय अख़बार ने इस तरह का वीडियो मौजूद होने की रिपोर्ट प्रकाशित की थी.
मीणा खुद तो अपनी लिखी ताज़ा चिट्ठी पर प्रतिक्रिया देने के लिए उपलब्ध नहीं हुए लेकिन मुख्य सचिव के दफ्तर ने उनकी चिट्ठी मिलने की पुष्टि की है. दफ्तर के एक अधिकारी ने नाम नहीं खोलने की शर्त पर बताया, ‘हमें चिट्ठी मिली है और इसे शीघ्र ही मुख्य सचिव के सामने रखा जाएगा.’
मीणा ने चिट्ठी में किसी तरह की भी वसूली की रकम हनी ट्रैप गैंग को देने से इनकार किया है. ऐसा करके उन्होंने राज्य CID की ओर से मानव तस्करी केस में हाल में दाखिल की गई चार्जशीट को झुठलाने की कोशिश की है.
मीणा ने चिट्ठी में लिखा है कि CID की चार्जशीट के मुताबिक मैंने पत्रकार वीरेंद्र शर्मा के माध्यम से हनी ट्रैप गैंग को 20 लाख रुपए दिए जो कि सच नहीं है.
मीणा ने चिट्ठी में लिखा “जब 6 महीने पहले मेरा कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था तो मैंने गृह सचिव को इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए लिखा था. मैं इस प्रकरण में अब तक शांत था लेकिन अब मेरा नाम चार्जशीट में आया कि मैंने वीरेंद्र शर्मा के माध्यम से वसूली की रकम सौंपी थी, जो सच नहीं है.”
बता दें कि सीआईडी ने मानव तस्करी केस की चार्जशीट में हनी ट्रैप केस की एक अभियुक्त मोनिका यादव का बयान साथ में संलग्न किया, जिसमें उसने कहा था कि वीरेंद्र शर्मा ने मीणा के साथ 20 लाख रुपए में डील की थी और 20 लाख रुपए उसके भोपाल में दाना पानी स्थित घर से ही आपस में बांटे गए थे.
हनी ट्रैप केस में गिरफ्तार की गई 5 महिलाओं में मोनिका यादव भी एक है. इन्होंने इंदौर शहर के इंजीनियर हरभजन सिंह का कथित सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी. मोनिका यादव के पिता हीरा लाल यादव मानव तस्करी केस में शिकायतकर्ता हैं. उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उनकी बेटी को भोपाल के अच्छे कालेज में दाखिले का वादा करके मानव तस्करी में धकेला गया.
मध्य प्रदेश पुलिस ने बीते साल सितंबर में हनी ट्रैप गैंग का पर्दाफाश किया था. इसमें कथित तौर पर कई नेताओं और नौकरशाहों के वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद ब्लैकमेल करने की कोशिश की गई.