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MP में कोरोना रिटर्न्स, स्वास्थ्य मंत्री ने जताई लाचारी, कहा- लोग नहीं मान रहे गाइडलाइंस

मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, जो पेशे से डॉक्टर हैं, उनके ऊपर मध्य प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता को कोरोना से बचाने की जिम्मेदारी है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री कोरोना के बढ़ते संक्रमण के सामने नतमस्तक होते नजर आ रहे हैं.

प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले जा रहे हैं (प्रतीकात्मक फोटो) प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामले जा रहे हैं (प्रतीकात्मक फोटो)
रवीश पाल सिंह
  • भोपाल,
  • 20 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 10:43 PM IST

  • मध्य प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे
  • स्वास्थ्य मंत्री बोले- पब्लिक नहीं मान रही निर्देश

मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते ग्राफ से शिवराज सरकार के हाथ-पैर फूल गए हैं. अनलॉक- 2 के महज 19 दिनों में कोरोना के 9000 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद सरकार भी समझ नहीं पा रही है कि वो करे तो क्या करे? यही वजह है कि स्वास्थ्य मंत्री लोगों के सामने हाथ जोड़ कर विनती करते नजर आ रहे हैं. मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी, जो पेशे से डॉक्टर हैं, उनके ऊपर मध्य प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता को कोरोना से बचाने की जिम्मेदारी है. लेकिन स्वास्थ्य मंत्री कोरोना के बढ़ते संक्रमण के सामने नतमस्तक होते नजर आ रहे हैं.

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स्वास्थ्य मंत्री ने प्रदेश में कोरोना के बढ़ रहे लगातार मामलों के लिए जनता को जिम्मेदार बताया है. भोपाल में पत्रकारों के कोरोना से जुड़े एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने कहा, 'लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं. फेस कवर भी नहीं कर रहे हैं. अगर किसी शख्स में कोरोना के लक्षण भी दिखते हैं तो वो समय से बताते नहीं हैं. मैं लोगों से हाथ जोड़ कर विनती करता हूं कि वे मास्क पहनें, कुछ ना कुछ चेहरे पर जरूर लगाएं, जिससे उनका चेहरा ढंका रहे.'

वैसे मध्य प्रदेश सरकार की मानें तो प्रदेश में अनलॉक होने के बाद से ही लोगों ने न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और न ही चेहरे पर मास्क लगाने को गंभीरता से लिया. यही वजह है कि मध्य प्रदेश में कोरोना फैलता जा रहा है.‌ बावजूद इसके सरकार कह रही है कि अब लोगों को संवेदनशील होना होगा. दरअसल सरकार अब लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है.

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इस बारे में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आजतक से बात करते हुए कहा, 'लॉकडाउन की एक सीमा होती है इसलिए एक समय के बाद उसे शिथिल करना पड़ा. यही वजह है कि कोरोना की जिस चेन को हमने तोड़ा था वो फिर से बनने लगा और कोरना वायरस तेजी से फैलना शुरू हो गया. हम कोशिश कर रहे हैं लेकिन इतना जरूर स्पष्ट करना चाहूंगा कि फिलहाल शासन स्तर पर लॉकडाउन का कोई फैसला विचाराधीन नहीं है.'

देश के दिल यानि मध्य प्रदेश में कोरोना किस कदर हावी होता जा रहा है उसे ऐसे समझते हैं-

  • अनलॉक-2 से एक दिन पहले 30 जून तक मध्य प्रदेश में कुल 13,593 कोरोना के मामले सामने आए थे जबकि 572 लोगों की मौत हुई थी.
  • 19 जुलाई तक यानि 19 दिन में ही मामले बढ़कर 22,600 तक पहुंच गए और मरने वालो का आंकड़ा बढ़कर 721 हो गया.‌
  • अनलॉक-2 के दौरान औसतन 300 से 400 मामले, शुरुआती दौर में आ रहे थे. लेकिन जैसे-जैसे अनलॉक-2 आगे बढ़ता गया रोजाना सामने आने वाले मामलों की संख्या भी तेजी से बढ़ती गई.
  • बीते चार दिनों से मध्य प्रदेश में रोजाना 700 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं.
  • 19 तारीख को तो जैसे एमपी में कोरोना का ब्लास्ट हो गया. एक ही दिन में कोरोना के 800 से ज्यादा मामले सामने आए और 15 मरीजों की मौत हुई.
  • जबकि एमपी में शुरुआती 100 दिनों में 13,593 मामले थे लेकिन महज 19 दिनों में ही 9007 नए मामले सामने आए. साथ ही 149 नए मरीजों की जान गई.
  • सरकार के सामने असल चिंता रिकवरी रेट कम होने की है.
  • अनलॉक शुरू होने से पहले एमपी का रिकवरी रेट 75.74 फीसदी था. लेकिन अनलॉक-2 में 19 जुलाई तक रिकवरी रेट में 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. वर्तमान में रिकवरी रेट घटकर 68.3 रह गया है.
  • लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर मध्य प्रदेश में कई नए प्रतिबंध लगाए गए हैं.
  • भोपाल के सबसे बड़े हॉटस्पॉट इब्राहिमगंज में 7 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया गया है.
  • ग्वालियर में 7 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाया गया है.
  • इंदौर में बढ़ते संक्रमण के चलते बाजार में ऑड-ईवन व्यवस्था लागू की गई है.
  • भोपाल में निजी कार्यालयों में 50 फीसदी उपस्थिति ही अनिवार्य की गई है.
  • पूरे मध्य प्रदेश में 31 जुलाई तक हर रविवार को कंप्लीट लॉकडाउन घोषित किया गया है.

कोरोना के इन्हीं भयावह आकंड़ों को आधार बनाते हुए अब कांग्रेस प्रदेश सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस नेता पीसी शर्मा का आरोप है कि सरकार ने शुरू से ही कोरोना से लड़ने की तैयारियों से ज्यादा कमलनाथ सरकार को गिराने और अब उपचुनाव पर ध्यान दिया. यही वजह है कि प्रदेश में कोरोना फैलता चला गया.

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उन्होंने कहा, 'सरकार अब कोरोना के लिए लोगों पर ठीकरा फोड़ रही है. यानि आप घर से निकलें तो अपना ख्याल खुद रखें, क्योंकि सरकार के पास कोरोना से लड़ने का कोई ठोस प्लान नहीं बचा है.'

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