
लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को 2019 के आम चुनाव का सेमीफाइल माना जा रहा है. इन राज्यों में बीजेपी ने 40 से ज्यादा स्टार प्रचारकों को उतारकर माहौल बनाने और कमल खिलाने की कोशिश की है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बाद सबसे ज्यादा डिमांड है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की है.
बता दें कि 2017 में सीएम पद की जिम्मेदारी संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ की बीजेपी के अंदर मांग में भारी इजाफा देखने को मिला है. योगी की बढ़ती लोकप्रियता को भुनाने में बीजेपी भी जुटी हुई है. यही वजह है कि किसी भी प्रदेश में चुनाव हो, उनकी मांग सबसे ऊपर रहती है.
देश के कई राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के स्टार प्रचारक बन गए हैं. चाहे वह गुजरात, हिमाचल, कर्नाटक हो या फिर पूर्वोत्तर में त्रिपुरा का चुनाव रहा हो. सीएम योगी ने हर जगह जनसभाएं करके कमल खिलाने में अहम भूमिका अदा की है.
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हो रहे विधानसभा चुनाव प्रचार में सीएम योगी की डिमांड पार्टी में सबसे ज्यादा है. दिलचस्प बात ये है कि पीएम नरेंद्र मोदी जिस बात को नहीं उठा रहे हैं. उस बात को योगी जमकर अपनी रैली में कर रहे हैं. योगी की कट्टर हिंदूवादी छवि को बीजेपी कैश कराने में जुटी है. योगी चुनावी जनसभाओं के साथ ही रोड शो भी कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में योगी
योगी आदित्यनाथ की डिमांड छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा रही. वो मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नामांकन में भी शामिल होने के लिए पहुंचे हुए थे. इस दौरान रमन सिंह ने उनका पैर छूकर आशीर्वाद लिया था. इसके बाद से उन्होंने नियमित रूप से राज्य में रैलियों, सार्वजनिक बैठकों और रोड शो में हिस्सा लिया. छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के बाद सबसे ज्यादा योगी आदित्यनाथ ने 26 रैलियां की हैं.
राजस्थान में 21 रैली
राजस्थान के सियासी रण में योगी आदित्यनाथ उतर चुके हैं. उन्होंने 23 नवंबर को कोटा में अपनी पहली रैली को संबोधित किया. राज्य में वो कुल 21 रैलियों को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ के जरिए बीजेपी ने राजपूत मतों को साधने के साथ-साथ हिंदुत्व कार्ड खेलने की रणनीति बनाई है.
राजस्थान में योगी की रैलियों को रोड मैप भी ऐसे ही बनाए गए हैं, जिसके तहत मुस्लिम बहुल इलाके और राजपूत बहुल इलाके की सीटें शामिल हैं. योगी ने फतेहपुर और मकराना के अलावा पोकरण में भी सोमवार को जनसभा की. योगी मंगलवार (27 नवंबर) को अलवर के अलग- अलग इलाकों में जनसभाएं करेंगे, इनमें तिजारा और रामगढ़ विधानसभा भी शामिल हैं.
एमपी में भी सबसे ज्यादा डिमांड
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के बाद सबसे ज्यादा रैलियां यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कीं. उन्होंने उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगे बुंदेलखंड, बघेलखंड के अलावा मालवा जैसे क्षेत्र में कई रैलियों को संबोधित किया है. योगी ने मध्य प्रदेश में करीब 30 चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया.
योगी ने मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के वीडियो को मुद्दा बनाते हुए कहा था- आपको अली मुबारक हो, हमारे लिए बजरंग बली काफी हैं. माना जा रहा है कि इस बयान के पीछे बीजेपी की रणनीति थी. जानकारों का मानना है कि इसके जरिए वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश की जा रही है.