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गेंदबाजों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए धोनी अलग से कोशिश करें: सुनील गावस्कर

बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया की एक बड़ी मुश्किल उसके गेंदबाज रहे. खुद वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी इस बात को माना है कि अब फैसला करने का वक्त आ गया है कि हमें तेज गेंदबाज चाहिए या अच्छे.

भुवनेश्वर कुमार और धोनी भुवनेश्वर कुमार और धोनी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2015,
  • अपडेटेड 11:51 AM IST

बांग्लादेश दौरे पर टीम इंडिया की एक बड़ी मुश्किल उसके गेंदबाज रहे. खुद वनडे टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी इस बात को माना है कि अब फैसला करने का वक्त आ गया है कि हमें तेज गेंदबाज चाहिए या अच्छे. इन सब के बीच पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा है कि गेंदबाजों का कॉन्फिडेंस बढ़ाने के लिए धोनी को अलग से कोशिश करनी चाहिए.

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'धुनाई होने पर गेंदबाजों को चाहिए होता है कप्तान का साथ'
गावस्कर से पूछा गया कि क्या लगातार बदलाव करने के बजाय गेंदबाजों में बुरे दौर में आत्मविश्वास भरना और उनके साथ बने रहना जरूरी है, उन्होंने कहा, 'टीम का हर खिलाड़ी चाहे वह बल्लेबाज हो या गेंदबाज, चाहता है कि कप्तान उसका साथ दे लेकिन गेंदबाज की जब धुनाई होती है तब उसे इसकी ज्यादा जरूरत पड़ती है.' उन्होंने कहा, 'जब गेंदबाज की धुनाई होती है और वह आसपास देखता है और मुझे लगता है कि अगर सीनियर खिलाड़ी या कप्तान उसके कंधों पर हाथ रखकर कहता है कि चिंता मत करो, मुझे तुम्हारी गेंदबाजी पर पूरा विश्वास है तो इससे अंतर पैदा होता है. कप्तान को हमेशा इस तरह का कुछ करना चाहिए और अपने गेंदबाजों का हौसला बढ़ाना चाहिए. उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह मायूस न हो.'

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'कप्तान का काम गेंदबाजों का हौसला बनाए रखना'
गावस्कर ने कहा, 'अगर कप्तान खुद ऐसा नहीं करता तो किसी सीनियर खिलाड़ी को मिडऑन या मिडऑफ पर खड़ा करके यह काम सौंपा जा सकता है जो गेंदबाज को अपना हौसला बनाए रखने के लिए कहता रहे.' भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी वनडे मैच में जीत दर्ज की लेकिन धोनी ने अपने तेज गेंदबाजों की आलोचना की और कहा कि अब मौजूदा पेस अटैक के भविष्य का फैसला करने का समय आ गया है.

'किसी भी ऑर्डर पर खेल सकते हैं धोनी'
धोनी ने नंबर-चार बल्लेबाजी करते हुए 69 रन की पारी खेली और गावस्कर ने शानदार बल्लेबाजी के लिए कप्तान की तारीफ की. उन्होंने कहा, 'यह उनकी बल्लेबाजी की खूबसूरती है. वह टॉप या लोअर ऑर्डर में खेल सकता है और कहीं भी रन बना सकता है. उन्हें अहसास हुआ कि अब टीम को सही राह पर आगे बढ़ाना उन पर निर्भर करता है क्योंकि टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज नहीं चल पा रहे थे.'

'...तो रैना को खुलकर खेलने का मौका मिला'
टॉप ऑर्डर में शिखर धवन को छोड़कर कोई भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया. यह एक ऐसी सीरीज रही जिसमें विराट कोहली नहीं चल पाया. गावस्कर ने कहा, 'धोनी को लगा कि उन्हें टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करनी चाहिए और यही उन्होंने किया. उन्होंने रास्ता दिखाया. उन्होंने पारी संवारी जिससे सुरेश रैना जैसे लोअर ऑर्डर के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका मिला.'

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'रहाणे नंबर-4 के लिए बेस्ट'
हालांकि गावस्कर ने कहा कि नंबर चार धोनी का परमानेंट बैटिंग ऑर्डर नहीं होना चाहिए और अंजिक्य रहाणे को इस पोजिशन पर बल्लेबाजी करनी चाहिए. गावस्कर ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि नंबर चार उनके (धोनी) लिए परमानेंट जगह हो सकती है, मेरा मानना है कि भारत नंबर चार के लिए अंजिक्य रहाणे पर गौर कर सकता है क्योंकि उनके शॉट में विविधता है भले ही हमें यह कहा गया हो कि वह सही तरह से स्ट्राइक रोटेट नहीं करते. लेकिन उनके पास कई तरह के शॉट हैं, उनकी तकनीक अच्छी है और वह जल्दी विकेट गिरने पर पारी को संवार सकते हैं.'

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