
टीम इंडिया ने श्रीलंका को विशाखापत्तनम में खेले गए निर्णायक वनडे मैच में 8 विकेट से हराकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की है. इस मैच में एक वक्त ऐसा था जब श्रीलंकाई टीम अपनी पकड़ बना रही थी और स्कोर 160 पर 2 विकेट था. उस समय उपुल थरंगा 95 पर बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की एक चालाक स्टंपिंग ने उन्हें वापस पवेलियन लौटा दिया, जो मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ.
दरअसल, श्रीलंकाई पारी के दौरान 28वें ओवर की पहली गेंद जैसे ही चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने बल्लेबाज उपुल थंरगा को डाली, तो वह पूरी तरह से गेंद को मारने से चूक गए. थंरगा क्रीज के आगे बढ़ गए और धोनी ने तुंरत गेंद को लपकते हुए गिल्लियां उड़ा दी.
हालांकि गिल्लियां आउट करने के बावजूद टीम के ज्यादातर फील्डर और गेंदबाज को आशा नहीं थी कि धोनी ने थंरगा को स्टंप आउट कर दिया है, लेकिन धोनी ने अपने फैसले पर अडिग रहते हुए अंपायर से अपील कर दी, जो 100 फीसदी सही साबित हुआ.
जब मैदानी अंपायर ने धोनी की अपील पर थर्ड अंपायर से मदद मांगी, तो रिप्ले में यह साबित हो गया कि थरंगा का पैर क्रीज से बाहर है और थंरगा को आउट होकर पवेलियन जाना पड़ा. धोनी ने ये स्टंपिंग इतनी तेजी से की थी, कि थर्ड अंपायर को फैसला देने के लिए काफी वक्त लग गया.
थरंगा के विकेट के साथ ही श्रीलंका के बाकी 8 विकेट महज 55 रनों के अंदर गिर गए और पूरी टीम 215 रन पर ऑल आउट हो गई, जिसके बाद भारतीय टीम ने यह मैच शिखर धवन के शतक की बदौलत 8 विकेट से जीत लिया.
VIDEO: जीनियस धोनी की पैनी नजर ने बुमराह को आउट होने से बचाया
आपको बता दें कि धोनी विपक्षी टीम के बल्लेबाजों के खिलाफ डीआरएस का निर्णय लेने में हमेशा ही अहम भूमिका निभाते हैं, आमतौर पर धोनी के थर्ड अंपायर को रेफेर किए गए फैसले ज्यादातर सटीक साबित हुए हैं.
विराट भी कर चुके हैं तारीफ
विराट कोहली भी धोनी को मैदान पर सबसे समझदार क्रिकेटर का खिताब दे चुके हैं. कोहली ने एक बार कहा था कि फील्ड में धोनी सबसे समझदार क्रिकेटर हैं. खासकर डीआरएस मसले पर. डीआरएस मामले में धोनी की 95 प्रतिशत अपील सफल साबित हुई हैं.