
मैनचेस्टर में खेले गए आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को 18 रनों से हरा दिया. इसी के साथ ही भारत का तीसरी बार वर्ल्ड चैम्पियन बनने का सपना भी टूट गया. भारतीय टीम को सेमीफाइनल में उसी न्यूजीलैंड टीम ने मात दी, जिसने उसे वॉर्म-अप मैच में शिकस्त दी थी.
इस मैच में रवींद्र जडेजा और महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया को जीत के करीब ले जा रहे थे, लेकिन 49वें ओवर में महेंद्र सिंह धोनी के रन-आउट होते ही भारत की उम्मीदें खत्म हो गई. दुनिया का सबसे फिनिशर अपने आखिरी वर्ल्ड कप मैच में क्रीज से कुछ इंच दूर रह गया और भारत मैच हार गया.
इस मैच में जडेजा ने 77 रन बनाए जबकि धोनी ने 50 रनों की पारी खेली. धोनी और जडेजा के बीच 116 रनों की साझेदारी हुई थी. सेमीफाइनल मैच में महेंद्र सिंह धोनी अपनी उसी पुरानी कमजोरी से जूझते हुए नजर आए. धोनी स्ट्राइक को कम रोटेट कर रहे थे और डॉट बॉल अधिक खेल रहे थे. धोनी की इस कमजोरी के कारण भारत की पारी धीमी पड़ जाती है. धोनी की धीमी बल्लेबाजी के कारण जडेजा पर दबाव बढ़ गया और 48वें ओवर में वह आउट हो गए.
कुल मिलाकर मध्यक्रम के बल्लेबाजों के लिए अब तक यह टूर्नामेंट अच्छा नहीं रहा है, जिससे उन्होंने खुद पर दबाव बना लिया है. इस मैच में जब भारत को अपनी रन गति बढ़ाने की दरकार थी, तो यह धोनी बेबस नजर आए. धोनी (50) ने 72 गेंदों पर 1 चौका और एक छक्का लगाया.
धोनी की बल्लेबाजी को देखकर इससे पहले पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण टिप्पणी कर चुके है. वीवीएस लक्ष्मण ने कहा था कि धोनी को अपनी इस अप्रोच पर काम करना होगा. लक्ष्मण ने कहा, 'पारी की शुरुआत में धोनी का स्ट्राइक रेट 45-50 के बीच था. इससे टीम पर और उनके साथ बल्लेबाजी कर रहे खिलाड़ी पर प्रेशर बनता है.'