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जम्मू-कश्मीर सरकार प्रदेश के कुछ शांतिपूर्ण इलाके से विवादित आफ्सपा (AFSPA) कानून हटाने पर अड़ी हुई है. मंगलवार को घाटी में आतंकी हमलों में तीन पुलिसकर्मियों के शहीद होने के दिन ही जम्मू-कश्मीर सरकार ने यह बयान दिया.
नेशनल कांफ्रेंस विधायक देवेन्द्र राणा के सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने कहा, बेहतर होते सुरक्षा हालात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार उन क्षेत्रों की समीक्षा करेगी जो पिछले कुछ वक्त से आतंकवादी गतिविधियों से मुक्त हैं ताकि धीरे-धीरे अफ्सपा को हटाने की दिशा में बढ़ा जा सके. राणा जानना चाहते थे कि सरकार अाफ्सपा हटाने का प्रस्ताव रख रही है या नहीं.
सोमवार को हुए तीन हमले, तीन शहीद
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को तीन अलग-अलग जगहों पर आतंकवादियों के हमले में तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शोपियां जिले के अम्शीपोरा गांव में आतंकवादियों ने स्वचालित हथियारों से तीन सदस्यीय एक पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया, जिसमें तीनों शहीद हो गए.
उन्होंने बताया, 'तीन सदस्यीय पुलिस पार्टी अम्शीपोरा गांव में एक अपराध की जांच के सिलसिले में गई थी, जहां आतंकवादियों ने उन पर स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया. इसमें एक हेड कांस्टेबल और दो सिपाही शहीद हो गए.'
दूसरी ओर, बारामूला जिले में आतंकवादियों ने एक पुलिस अधिकारी को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया. जबकि तीसरा हमला त्राल इलाके में किया गया. यहां फायरिंग में एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'श्रीनगर-मुजफ्फराबाद सड़क पर मुजगुंड में एक सवारी बस में दो आतंकवादी सवार हुए. दोनों आतंकवादियों ने बस में ही बैठे आईआरपी के तीसरे बटालियन के उपनिरीक्षक गुलाम मुस्तफा पर बेहद नजदीक से गोलियां चलाई. इसके बाद वे बस का अपहरण कर उसे शेल्लू (सोपोर) तक ले गए और वहां उतरकर फरार हो गए.'