
उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में स्थित मुगलसराय जंक्शन का नाम अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन हो गया है. बीते दिनों इस मुद्दे पर काफी राजनीति भी हुई थी. अब इस स्टेशन को भगवे रंग से रंगा जा रहा है. 5 अगस्त को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह चंदौली का दौरा करेंगे. उससे पहले ही जंक्शन को नया रंग रूप दिया जा रहा है.
बता दें कि नाम बदलने के इस फैसले के बाद विपक्ष ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था. इसी क्रम में मुगलसराय स्टेशन पर लगे तमाम पुराने साइनबोर्ड को हटाकर नया साइनबोर्ड लगाने का काम पूरा किया गया. स्टेशन का नाम बदलने के बाद टिकट की बुकिंग के लिए स्टेशन का कोड जो कि एमजीएस (MGS) है, से बदलकर डीडीयू (DDU) कर दिया गया.
कैसे बदला नाम?
ब्रिटिश ईस्ट ईण्डिया कंपनी के जमाने में दिल्ली-हावड़ा रूट पर बने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने की कवायद तब शुरू हुई थी जब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने का सुझाव केंद्र के पास भेजा था जिसे केंद्र ने स्वीकार कर लिया था. 1968 में मुगलसराय स्टेशन पर ही पंडित दीन दयाल उपाध्याय मृत अवस्था में पाए गए थे.
इससे पहले केंद्र और राज्य सरकारें कई बड़ी योजनाओं को दीन दयाल उपाध्याय के नाम से घोषित कर चुकी है या चला रही है. दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना केंद्र की ओर से घोषित कई योजनाओं में से कुछ बड़ी योजनाएं हैं.