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जिमी की 'लाल आंखों' की कहानी, अनुराग ने बताया-सोने से मना किया गया था

अनुराग कश्यप की फिल्म मुक्काबाज शुक्रवार को रिलीज हो गई. ये फिल्म एक स्थानीय मुक्केबाज पर है, जिसका किरदार विनीत कुमार सिंह ने निभाया है. फिल्म में जिमी शेरगिल भी मजबूत भूमिका में हैं. उनकी आंखों हर वक्त लाल रहती हैं. निर्देशक अनुराग ने इन आंखों की असली कहानी बताई है.

मुक्काबाज  में जिमी शेरगिल, इंसेट-अनुराग कश्यप मुक्काबाज में जिमी शेरगिल, इंसेट-अनुराग कश्यप
महेन्द्र गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 12 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 7:56 PM IST

अनुराग कश्यप की फिल्म मुक्काबाज शुक्रवार को रिलीज हो गई. ये फिल्म एक स्थानीय मुक्केबाज पर है, जिसका किरदार विनीत कुमार सिंह ने निभाया है. फिल्म में जिमी शेरगिल भी मजबूत भूमिका में हैं. उनकी आंखों हर वक्त लाल रहती हैं. निर्देशक अनुराग ने इन आंखों की असली कहानी बताई है.

जिमी शेरगिल फिल्म में अपर कास्ट के दबंग भगवान दास मिश्रा के किरदार में निभाए गए हैं, वे मुक्काबाज यानी विनीत कुमार सिंह की मोहब्बत के आडे आ जाते हैं. अनुराग ने जिमी शेरगिल की लाल और खतरनाक आंखों के पीछे की कहानी बताई. उन्होंने कहा कि हमने जिमी से कई दिनों तक न सोने का कहा था, ताकि उनकी आंखों में ये झलके. उन्होंने एक ऐसे शख्स की भूमिका की है, जो पहले मुक्काबाज था. उसकी एक आंख पत्थर की है. उसकी आंखों हमेशा गुस्से में लाल रहती हैं. ये सब चीजें भले ही फिल्म में न उभरी हों, लेकिन इस तरह के कुछ खास बातों का मिश्रण है उनका किरदार.

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विनीत कुमार इस फिल्म में एक मुक्केबाज के रूप में दिखाए गए हैं, जिसे एक दबंग परिवार की बेटी से प्यार हो जाता है. इस फिल्म को सिनेमाघरों तक पहुंचाने के पीछे विनीत कुमार का 17 सालों का संघर्ष है.

विनीत कुमार ने फिल्म प्रमोशन के दौरान दिए इंटरव्यू में बताया कि मुक्केबाज के पीछे की असली कहानी क्या है. उन्होंने बताया, जब मैंने गैंग्स ऑफ वासेपुर और दूसरी फिल्में कर लीं तो मुझे रोल तो मिलने शुरू हुए, लेकिन ये सब सपोटिंग एक्टर के रोल थे. कहीं हीरो के भाई का तो कहीं दोस्त का. मैं इस सबको लेकर बहुत फ्रस्टेट हो गया.

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बकौल, विनीत कुमार मुझे फिल्म इंडस्ट्री में 17 साल हो चुके थे, लेकिन अभी भी लीड रोल या अच्छे रोल मिलना शुरू नहीं हुए. तंग आकर मैंने अपने के लिए खुद ही एक फिल्म लिख डाली. ये मुक्केबाजी पर थी.

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