
समाजवादी पार्टी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल की बीच चल रहा घमासान फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है लेकिन इसी बीच एक महत्वपूर्ण फैसले में समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अमर सिंह को पार्टी का महासचिव नियुक्त किया है. अखिलेश यादव ने अमर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा था कि बाहर वालों को बाहर करना होगा ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी.
मगर मुलायम सिंह ने अमर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उन को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त करके अखिलेश गुट को झटका दिया है. शिवपाल यादव ने भी रामगोपाल यादव और अखिलेश यादव के नजदीकी लोगों पर कार्रवाई की थी.
समाजवादी पार्टी में जारी पारिवारिक रस्साकशी के बीच अमर सिंह पर लगातार कार्रवाई की अटकलें सामने आ रही थीं लेकिन मंगलवार को पार्टी में अमर सिंह का कद बढ़ने की अचानक खबर आई. पार्टी चीफ मुलायम सिंह यादव ने अमर सिंह को प्रमोशन देते हुए समाजवादी पार्टी का महासचिव नियुक्त कर दिया.
इससे पहले ये खबरें आ रही थीं कि यूपी के सीएम अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच जारी सियासी उठापटक के पीछे अमर सिंह हैं. अखिलेश यादव के परिवार में बाहरी व्यक्ति के कारण कलह संबंधी बयान से भी इन अटकलों को बल मिला था कि अमर सिंह पर जल्द ही कार्रवाई होगी.
नौबत यहां तक आ गई थी कि जब मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश की जगह शिवापल यादव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया तो इसके रिएक्शन में अखिलेश ने शिवपाल से लोक निर्माण, राजस्व तथा सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभाग वापस ले लिए थे. उसके बाद शिवपाल ने रात को मंत्री पद के साथ-साथ सपा के प्रदेश अध्यक्ष के पद से भी इस्तीफा दे दिया था. हालांकि, बाद में मुलायम सिंह ने तल्ख तेवर अपनाए और शिवपाल को उनके विभाग फिर से सौंप दिए गए. मुलायम सिंह ने ऐलान किया कि परिवार और पार्टी में सबकुछ ठीक है.