सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को पार्टी से निकाल साफ संदेश दे दिया है कि पार्टी के असली बॉस वे ही है. मुलायम ने अखिलेश और रामगोपाल को 6 साल के लिए निष्कासित किया है. मुलायम सिंह यादव ने दोनों को पार्टी से निकाल ये 5 'सिंह' जैसे संदेश दिए हैं -
1. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के इस फैसले से ये लगता है कि अब उन्हें कुछ महीने में होने वाले विधानसभा चुनावों की एकदम चिंता नहीं है. अब ये उनको पूरी तरह से समझ में आ गया है कि उनका अपना बेटा उनकी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाया.
2. अपने भाई और बेटे को 6 साल के लिए पार्टी से निकालने के बाद मुलायम सिंह ये साफ मैसेज देना चाहते हैं कि उनके लिए पार्टी से ऊपर कोई नहीं है. पार्टी को किसी भी वजह से टूटने नहीं दिया जाएगा.
3. एक बात उन्होंने ये और साफ कर दी कि पार्टी को जिन्होंने गढ़ा है, जिन्होंने रचा है वो ही इस पर बसा रहेगा और उसी की इसमें पूरी तरह चलेगी.
4. भारतीय राजनीति में यह फैसला करके उन्होंने लंबे समय से चले आ रही वंशवादी राजनीति पर करारी चोट की है.
5. एकला चलो रे की नीति समाजवादी पार्टी में नहीं चलेगी. जिन्होंने अपने खून से इस पार्टी को सींचा है उनका योगादान आसानी से भुलाया नहीं जाएगा.