
महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन की सरकार चला रहे हैं और केंद्र की सत्ता में भी उद्धव ठाकरे भागीदार हैं. हालांकि, शिवसेना नेता और स्वयं ठाकरे अक्सर सार्वजनिक मंचों से बगावत के बोल बोलते हुए सुनाई देते हैं, जिससे बीजेपी-शिवसेना के साथ पर संकट की खबरें भी उठती रहती हैं. इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने एकसाथ चुनाव लड़ने का निर्णय कर लिया है. लेकिन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि इन दोनों ही पार्टियों की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है, इसलिए उनसे कोई लड़ाई ही नहीं है.
आजतक के 'मुंबई मंथन' कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जब उनके और नरेंद्र मोदी के प्रति शिवसेना की आक्रामकता को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ये यहां रोज का खेल है. इसके आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी का अस्तित्व कहीं नहीं बचा है और उनकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है. इसलिए इनसे कोई लड़ाई ही नहीं है और लोग मोदी जी के साथ हैं.
मुंबई मंथन कार्यक्रम में आए एनसीपी नेता शरद पवार के बयान पर भी देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'पवार साहब और उनकी पार्टी पिछले चाल सालों के सभी चुनाव देख लें, उनका कहीं अस्तित्व ही नहीं है. नगर निगम से पालिका और जिला पंचायत तक के चुनाव हम जीते हैं और वो कहीं नहीं हैं.'
लोकसभा चुनाव में एनसीपी की स्थिति पर तंज कसते हुए फडणवीस ने कहा कि देश का भविष्य वो लोग तय नहीं करते जिनके 6-7 सांसद चुनकर आते हों. बल्कि देश की जनता तय करती है और वो मोदी जी के साथ है.
उन्होंने स्पष्ट कहा कि महाराष्ट्र में हुए सभी चुनावों में एनसीपी गायब है और पिछले लोकसभा चुनाव की तरह एक बार फिर यूपी के बाद एनडीए को सबसे ज्यादा सीटें महाराष्ट्र से मिलेंगी. उन्होंने कहा कि इस बार भी मोदी जी के साथ पूरा महाराष्ट्र खड़ा रहेगा.
वहीं, कांग्रेस की आलोचना करते हुए फडणवीस ने कहा कि उसकी राजनीतिक जमीन पूरी तरह से खिसक चुकी है. कांग्रेस के पास कोई काम नहीं है इसलिए वह सुबह-शाम बस पीएम मोदी को हटाने का सपना देखती रहती है. लेकिन कांग्रेस का यह सपना सिर्फ मुंगेरी लाल का हसीन सपना ही हो सकता है.
शरद पवार ने कहा था कि 2019 में केंद्र और महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव पर कहा था कि आज जिनके हाथ में हुकूमत है, अगले साल वे सत्ता में नहीं रहेंगे. केंद्र और राज्य दोनों जगह परिवर्तन होगा.