
बॉलीवुड में अपने पैर जमाने की कोशिश में जुटी मॉडल और अभिनेत्री कृतिका चौधरी की रहस्यमयी मौत ने मायानगरी को सकते में डाल दिया है. मॉडल की लाश उसके घर के बिस्तर पर पड़ी हुई मिली थी, जबकि लाश के सिर पर चोट के निशान थे. पहले तो पुलिस इसे संदिग्ध मौत मानती रही लेकिन बाद में इस मामले को लेकर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया. अभी तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं.
मायानगरी में पांव जमाना था मकसद
ख़ूबसूरत, बोल्ड और कॉन्फीडेंस से भरी वो लड़की भी हिंदुस्तान के उन हज़ारों नौजवानों में एक थी, जो रूपहले पर्दे पर छा जाना चाहते हैं. उसने अपनी मेहनत और लगन के बूते आहिस्ता-आहिस्ता ही सही, मायानगरी में पांव भी जमाना शुरू कर दिया था. मॉडलिंग के असाइमेंट्स के साथ-साथ टीवी सीरियल्स और यहां तक फ़िल्मों में भी उसकी मौजूदगी दिखने लगी थी.
सड़ी-गली हालत में मिली थी लाश
लेकिन इससे पहले कि वो लड़की कामयाबी के आसमान पर पूरी रफ्तार से अपनी परवाज़ भरती, बेहद रहस्यमयी तरीक़े से उसकी मौत हो गई. मुंबई में मॉडल की लाश रहस्यमयी हालात में घर के बिस्तर पर मिली. कई दिन पुरानी लाश
लाश के सिर पर चोट के निशान भी साफ दिख रहे थे. प्रारंभिक जांच में पुलिस को मामला समझ नहीं आ रहा था. मगर दो संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद तस्वीर कुछ साफ हुई और पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया.
पड़ोसियों ने दी थी पुलिस को सूचना
कृतिका चौधरी, जी हां यही नाम था उसका. कृतिका मुंबई के ही अंधेरी वेस्ट इलाक़े में भैरवनाथ सोसायटी के फ्लैट नंबर 503 में रहती थी. बीते सोमवार की रात कृतिका के पड़ोसियों ने पुलिस को फ़ोन पर जानकारी दी कि उसके फ्लैट से किसी चीज़ की बदबू आ रही है. ख़बर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह दरवाज़ा खोल कर उसके कमरे में दाखिल हुई. लेकिन अंदर का मंज़र डरावना था. बेडरूम में कृतिका की लाश पड़ी थी. और वो भी बुरी तरह सड़ी-गली हालत में.
सिर पर थे चोट के निशान
पुलिस ने फ़ौरन फ़ॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया और लाश बरामद करने के साथ-साथ मौका-ए-वारदात से दूसरे तमाम सुबूत इकट्ठा कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी. लेकिन अभी पुलिस कृतिका चौधरी की मौत को लेकर किसी नतीजे पर पहुंचती, उससे पहले ही उसने एक चौंकाने वाली बात नोटिस की. कृतिका के सिर पर चोट के निशान मौजूद थे. तो क्या ये मौत चोट की वजह से हुई थी या फिर इस मौत की वजह कुछ और थी? इन सवालों का जवाब मिलना अभी बाकी थे.
चोट के निशान बने शक की वजह
लाश के सिर पर चोट के निशान मिलने से साज़िश का शक पैदा होना लाजमी था. क्योंकि अगर ये खुदकुशी होती, तो ऐसी चोट की गुंजाइश कम होती. चोट अगर गिरने या फिर किसी और वजह से लगती तो लाश बिस्तर पर नहीं होती. कृतिका की लाश का इतने दिनों से बिस्तर पर पड़े होना भी कम अजीब नहीं है. यानी वो इतने दिनों तक दुनिया से कटी रही और किसी ने उसे ढूंढा तक नहीं! एक अहम सवाल ये भी था कि कृतिका का फ्लैट आख़िर अंदर से बंद था या फिर बाहर से?
हत्या का मामला दर्ज
ज़ाहिर है, इतना तमाम सवालों का जवाब तफ्तीश पूरी होने पर मिल सकता था. लेकिन हालात से साज़िश की बू ज़रूर आ रही थी. इस दौरान पुलिस ने दो संदिग्धों को शक के आधार पर पूछताछ के लिए उठाया. और मंगलवार की देरशाम जो मामला संदिग्ध मौत का लग रहा था, उसे हत्या के मामले में बदल दिया गया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला तरमीम कर दिया. हालांकि पुलिस ने इस बारे में आगे कोई खुलासा अभी तक नहीं किया लेकिन ये तय है कि कृतिका को बेरहमी के साथ मौत के घाट उतारा गया था. पुलिस अब इस हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश में जुटी है.