Advertisement

जाने-माने गीतकार-संगीतकार रवींद्र जैन का मुंबई के लीलावती अस्पताल में निधन

70 से 80 के दशक में भारतीय सिनेमा में एक से बढ़ कर एक हिट म्यूजिक देने वाले गीतकार-संगीतकार रवींद्र जैन का शुक्रवार को मुंबई के लीलावती अस्पताल में निधन हो गया.

गीतकार-संगीतकार रवींद्र जैन गीतकार-संगीतकार रवींद्र जैन
दीपल सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 09 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 12:17 PM IST

70 से 80 के दशक में भारतीय सिनेमा में एक से बढ़ कर एक हिट म्यूजिक देने वाले गीतकार-संगीतकार रवींद्र जैन का शुक्रवार को मुंबई के लीलावती अस्पताल में निधन हो गया.

मशहूर संगीतकार रवींद्र जैन को किडनी में दिक्कत होने की वजह से यूरिन इंफेक्शन था. इसी कारण कुछ समय से उनकी तबीयत खराब थी. बुधवार सुबह उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शुक्रवार को 71 साल के इस महान संगीतकार की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई.

Advertisement

म्यूजिक डायरेक्टर रवींद्र जैन ने बॉलीवुड में यादगार संगीत दिया जिसमें उन्हें 1985 में फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली हो गई' के लिए बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला, इतना ही नहीं सुपरहिट गाना 'अंखियों के झरोखों से' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ संगीतकार और गीतकार के लिए नॉमिनेट किया गया.

टेलिविजन में रामानंद सागर की 'रामायण' में इन्हीं ने संगीत दिया. साल 2015 में रवींद्र जैन को पद्मश्री अवॉर्ड से भी नवाजा गया.

आंखो में रौशनी नहीं थी फिर भी रवींद्र जैन ने अपनी गायकी के हुनर से संगीत इंडस्ट्री को रौशन किया. कई फिल्मों जैसे 'गीत गाता चल', 'चोर मचाए शोर', 'अंखियों के झरोखों' से में बेहतरीन संगीत देकर फिल्मों का म्यूजिक हिट करने वाले इस महान कलाकारा को 70 के दशक में राज कपूर ने बड़ा ब्रेक दिया. जिसके चलते रवींद्र जैन ने 'राम तेरी गंगा मैली', 'दो जासूस' और 'हिना' जैसी सुपरहिट फिल्मों के लिए संगीत दिया.

Advertisement

कहा जाता है रवींद्र बहुत मेहनती थे वह कोई काम अधूरा नहीं छोड़ते थे, फिल्म सौदागर के म्यूजिक रिकॉर्डिंग के दौरान उनके पिता का देहान्त हो गया लेकिन काम पूरा किए बिना वह घर नहीं गए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement