
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं. इस मंदिर परिसर में स्थित गौशाला में गुजरात और हरियाणा से लाई गईं तकरीबन 350 गाय हैं. इस गौशाला की देखभाल करने के लिए 15 केयर टेकर है, जिनमें से 14 हिंदू और एक मुसलमान है. इस मुस्लिम युवक का नाम हैं मान मोहम्मद, जो पिछले 10 वर्षों से इस गौशाला में काम कर रहा है.
'आज तक' से खास बातचीत में मान मोहम्मद ने कहा कि वह भले ही मुसलमान हो मगर योगी आदित्यनाथ के इस गौशाला में उसे कभी भी भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ा. मान मोहम्मद का कहना है कि राजनीतिक विरोधियों ने योगी आदित्यनाथ की छवि खराब करने के लिए उन्हें कट्टर हिंदू नेता बना दिया है.
गोरखनाथ मंदिर में ही पिछले 40 वर्षों से मोहम्मद यासीन अंसारी नाम का एक व्यक्ति भी अपनी सेवाएं दे रहा है. यासीन अंसारी जिसकी उम्र अब 62 साल है, वह 22 साल की उम्र में ही गोरखनाथ मंदिर आया था और 1977 से लेकर 1983 तक उसने मंदिर के कैशियर के रूप में काम किया और उसके बाद मंदिर में ही निर्मित हो रही इमारतों के सुपरवाइजर के रूप में काम कर रहा है. इन 40 वर्षों में यासीन अंसारी ने मंदिर में साधना भवन, यात्री निवास, सिंधु सेवाश्रम, संस्कृत विद्यापीठ, अस्पताल, दुकानें और पांच मंदिरों का निर्माण कराया.
यासीन अंसारी का कहना है कि योगी आदित्यनाथ मुसलमानों से नफरत नहीं करते हैं और अगर ऐसा होता तो पिछले 40 वर्षों से मंदिर परिसर में काम करने के लिए नहीं रखते. अंसारी का कहना है कि वह योगी आदित्यनाथ के कमरे से लेकर उन तमाम जगहों पर जा सकता है जहां पर योगी आदित्यनाथ जाते हैं. अंसारी का कहना है कि कई बार उनके परिवार में शादी ब्याह में भी योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की है.
ऐसे ही कहानी, गोरखनाथ मंदिर परिसर में एक चूड़ियों की दुकान चलाने वाले मुस्तकीम और उनकी पत्नी अजीजुनिशा की है. यह दोनों पिछले 35 वर्षों से मंदिर परिसर में चूड़ियों की दुकान चला रहे हैं और इनका कहना है कि इतने वर्षों में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा है. मुस्तकीम कहते हैं कि उन्हें कभी भी कोई परेशानी होती है तो वह योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में अपनी फरियाद लेकर पहुंच जाते हैं और उनकी मुश्किल का तुरंत हल निकाल दिया जाता है.
मुस्लिम समाज से आने वाले यह तमाम लोग उसी गोरखनाथ मंदिर में काम करते हैं, जहां योगी आदित्यनाथ रहते हैं और उसी योगी आदित्यनाथ को पूजते हैं जिनकी छवि मंदिर के बाहर एक मुस्लिम विरोधी और एक कट्टर हिंदू नेता की है.