
आप अगर म्युचुअल फंड में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो अब ऐसा करना आपके लिए पहले के मुकाबले काफी सस्ता पड़ेगा. दरअसल पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) ने म्युचुअल फंड्स द्वारा लिए जाने वाले अतिरिक्त चार्ज में कटौती कर दी है. अब सिर्फ 0.05 फीसदी का अतिरिक्त चार्ज वसूला जाएगा.
सेबी ने यह कदम म्युचुअल फंड में निवेश करने को आसान और सस्ता बनाने के लिए उठाया है. इस उद्योग से जुड़े लोग इस फैसले से हालांकि खुश नहीं हैं.
उनका कहना है कि इसकी वजह से वितरकों का कमीशन घट सकता है. दूसरी तरफ, आम आदमी के लिए अच्छी खबर यह है कि म्युचुअल फंड उत्पादों में निवेश करने पर जो लागत आती है, वह कम हो जाएगी.
सेबी ने इस संबंध में एक अधिसूचना जारी की है. इसमें सेबी ने कहा है कि सभी तरह के म्युचुअल फंड योजनाओं के लिए अतिरिक्त खर्च 0.20 फीसदी से घटाकर 0.05 फीसदी कर दिया गया है.
बता दें कि बाजार नियामक सेबी ने 2012 में म्युचुअल फंडों को प्रबंधनाधीन संपत्तियों पर एक्जिट लोड के बदले 0.20 फीसदी शुल्क लेने की अनुमति दी थी. आसान भाषा में कहें तो निवेशकों के अपनी होल्डिंग बाजार में बेचते समय उनसे यह शुल्क वसूला जाता है.