Advertisement

मेरा सार्वजनिक जीवन आग के दरिया में तैरने जैसा: जयललिता

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके की महासचिव व राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने रविवार को कहा कि उनका सार्वजनिक जीवन 'आग की दरिया में तैरने जैसा' है. बेंगलुरू केंद्रीय कारागार से रिहा किए जाने के अगले दिन जयललिता ने बयान जारी कर कहा, 'मेरा सार्वजनिक जीवन आग की दरिया में तैरने जैसा है.'

जयललिता की फाइल फोटो जयललिता की फाइल फोटो
aajtak.in
  • चेन्नई,
  • 19 अक्टूबर 2014,
  • अपडेटेड 12:36 AM IST

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके की महासचिव व राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने रविवार को कहा कि उनका सार्वजनिक जीवन 'आग की दरिया में तैरने जैसा' है. बेंगलुरू केंद्रीय कारागार से रिहा किए जाने के अगले दिन जयललिता ने बयान जारी कर कहा, 'मेरा सार्वजनिक जीवन आग की दरिया में तैरने जैसा है.'

जयललिता ने कहा कि उन्हें पता है कि उन्हें सार्वजनिक जीवन में कैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. एआईएडीएमके की नेता ने कहा कि वह तमिलनाडु के लोगों के कल्याण को बढ़ावा देने वाले राह में आने वाली चुनौतियों व समस्याओं से चिंतित नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने जिंदगी में कई चुनौतियों का सामना किया है. और मैं इससे सफलतापूर्वक उबर गई हूं.'

Advertisement

जयललिता ने उनके खिलाफ आए कानूनी आदेश को लेकर समर्थकों से आत्महत्या न करने की अपील करते हुए कहा, 'मैं प्रेमपूर्वक अनुरोध करती हूं कि कोई भी आत्महत्या न करे.' उनके लिए विशेष प्रार्थना करने वाले समर्थकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए जयललिता ने कहा कि लोगों के इस व्यवहार से वह प्रभावित हुईं हैं.

जयललिता ने उन्हें कारावास की सजा सुनाए जाने पर आत्महत्या करने वाले 193 लोगों के परिवार वालों को उन्होंने तीन-तीन लाख रुपये तथा आत्महत्या की कोशिश करने वाले तीन लोगों को 50-50 हजार रुपये सहायता राशि के रूप में दिए जाने की घोषणा की.

गौरतलब है कि 66.65 करोड़ रुपये से जुड़े आय से अधिक संपत्ति के मामले में जयललिता को बेंगलुरू की विशेष अदालत ने 27 सितंबर को दोषी करार दिया था और उन्हें चार साल कारावास की सजा सुनाई थी और उन पर 100 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था. उन्हें शनिवार को जमानत पर रिहा कर दिया गया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement