
सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के निर्वासित अध्यक्ष एन श्रीनिवासन पर चुनाव लड़ने से रोक लगा दिया है, वहीं अब भविष्य की रणनीति तय करने के लिए श्रीनिवासन ने गुरुवार को चेन्नई में कुछ मान्यता प्राप्त इकाइयों की अनौपचारिक बैठक बुलाई है.
बैठक में भाग लेने चेन्नई जा रहे बीसीसीआई के एक सदस्य ने कहा, ‘श्रीनिवासन ने पांच फरवरी को चेन्नई में बैठक बुलाई है. इसे करीबी संघों की कोर समिति की बैठक कहा जा सकता है. निश्चित रूप से उस दिन एजीएम की तारीख और भविष्य की रणनीति पर विचार किया जाएगा. हमें श्रीनि की भविष्य की रणनीतियों की स्पष्ट तस्वीर भी पता चल जाएगी.’.
बताया जाता है कि सचिव संजय पटेल, अंतरिम अध्यक्ष शिवलाल यादव जैसे कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी इस बैठक में उपस्थित रहेंगे. हालांकि संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर जानकारी नहीं मिलने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद के बेहद करीबी सूत्र ने कहा, ‘ठाकुर सात फरवरी को होने वाले चुनाव के कारण दिल्ली में व्यस्त रहेंगे. लेकिन यह हैरानी की बात है कि श्रीनिवासन ने बैठक के बारे में उन्हें सूचित नहीं किया. उन्हें बीसीसीआई के शीर्ष पदाधिकारियों के जरिए ही बैठक का पता चला.’.
खबरों के मुताबिक, अनुराग ने अपने कुछ करीबी सहयोगियों से कहा कि श्रीनिवासन को स्पॉट फिक्सिंग विवाद और फिर गुरुनाथ मयप्पन की गिरफ्तारी के बाद पद छोड़ने के लिए सीधे तौर पर कहना नागवार गुजरा. बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, असम क्रिकेट संघ के सचिव विकास बरुआ को श्रीनिवासन ने न्यौता दिया है. शुक्ला को यदि पूर्वी क्षेत्र की इकाइयों से समर्थन मिलता है तो वह बीसीसीआई अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हैं. लेकिन सोमवार तक बंगाल क्रिकेट संघ को चेन्नई की बैठक के बारे में सूचित नहीं किया गया था.