
केंद्र सरकार ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 2022 तक की समय सीमा तय की है. जलशक्ति मंत्रालय में राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने गुरुवार को लोकसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए इस बात की जानकारी दी.
केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा में कहा गया कि 305 परियोजनाओं की अनुमानित लागत के लिए 28,613.75 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई. जिसमें से 109 परियोजनाओं को पूरा कर लिया गया है, जबकि बाकी परियोजनाओं का किसी ना किसी स्तर पर काम जारी है.मंत्री ने सदन में बताया कि नदियों की सफाई एक नियमित प्रक्रिया है. मार्च 2022 तक सभी स्वीकृत परियोजनाओं को पूरा करने की कोशिश की जा रही है, जिससे सीवेज ट्रीटमेंट का निर्माण किया जा सके. उन्होंने कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत विभिन्न स्तर पर सफाई के लिए कदम उठाए गए हैं. जिसमें औद्योगिक अपशिष्ट, ठोस अपशिष्ट, रिवर फ्रंट प्रबंधन, अविरल धारा, ग्रामीण स्वच्छता, वनीकरण, जैव विविधता संरक्षण और सार्वजनिक भागीदारी सहित कई कदम उठाए गए हैं.
सीएम योगी ने की थी नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवंबर महीने की शुरुआत में नमामि गंगे की परियोजनाओं में देरी पर सख्ती दिखाते हुए अपने सरकारी आवास पर नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा की थी. सीएम योगी ने कहा था कि जो ठेकेदार और अधिकारी कार्य में देरी के कारण बन रहे हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कार्रवाई की जाए.