
2014 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने कई राज्यों में अपना परचम लहराया. हाल ही में उत्तर प्रदेश के चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर बीजेपी पूरे जोश में है. अब बीजेपी की नजर उड़ीसा समेत ऐसे राज्यों में है जहां वह पहले से काफी कमजोर है. इन राज्यों में केरल भी शामिल है.
भुवनेश्वर में हुई दो दिवसीय बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी और अमित शाह की जुबान पर बार-बार केरल का जिक्र आया. जिससे यह साफ हो गया कि बीजेपी अब केरल में भी पैर पसारने की सोच रही है. बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व भी यह संदेश दे चुका है कि उसका लक्ष्य उस जगह तक पहुंचने का है जहां उनकी पकड़ काफी कमजोर है.
डोर-टू-डोर कैंपेन करेगी बीजेपी
शीर्ष नेताओं की ओर से सीधा संदेश है कि कार्यकर्ता केरल में हर घर पर पहुंच कर पार्टी का प्रचार करें और राज्य के मुद्दों को उठाये. केरल में पिछले दिनों लगातार आरएसएस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं की हत्या होती रही है. यही कारण है कि अब बीजेपी कार्यकर्ता सीधे तौर पर डोर-टू-डोर कैंपेन करेगी और शाखाओं में जाकर लोगों को साधेगी.
5 मुद्दों पर होगा फोकस
बीजेपी के इस कैंपेन की शुरुआत राज्य के पल्लकड़ में मंगलवार से शुरू होने वाली दो दिवसीय राज्य बीजेपी की बैठक से होगी. इस बैठक के जरिये बीजेपी राज्य में 5 चीजों को मुद्दा बनायेगी, जिसमें खाना, पानी, जमीन, घर और नौकरी अहम मुद्दा होगा. मेल टुडे से बात करते हुए केरल के बीजेपी अध्यक्ष कुमानम राजाशेखरन ने कहा कि बीजेपी का लक्ष्य गरीब लोगों को इन पांच चीजों को मुहैया कराने का है.
पूरी ताकत लगायेगी बीजेपी
खबरों के मुताबिक बीजेपी राज्य में अपनी पूरी ताकत झोंकेगी, इसके लिए बीजेपी शासित प्रदेश के सभी मुख्यमंत्रियों को राज्य में बुलाया जाएगा और बीजेपी के कार्यों का गुणगान किया जाएगा. गौरतलब है कि राज्य में जमीन का मुद्दा काफी बड़ा है, यहां लगभग 3 लाख लोग ऐसे हैं जिनके पास अपनी कोई जमीन नहीं है. तो वहीं राज्य में लगभग 6 लाख हेक्टेयर जमीन ऐसी है जिसपर कुछ ही लोगों का कब्जा है.
आपको बता दें कि केरल में 2016 में ही विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें लेफ्ट पार्टियों ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी का लक्ष्य है कि वह अभी से ही राज्य में पकड़ मजबूत करें और लोकसभा चुनावों में भी इसका फायदा उठा सके.