
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे के दौरान अहमदाबाद में भाषण देते हुए भावुक हो गए. पीएम मोदी साबरमती आश्रम में बोल रहे थे इस दौरान उन्होंने देश में भीड़ के द्वारा लगातार हो रही घटनाओं और गाय के नाम पर हो रही हत्याओं के बारे में सख्त संदेश दिया. पीएम मोदी इससे पहले भी कई बार सार्वजनिक स्थानों पर भावुक हो चुके हैं. साबरमती आश्रम में एक कार्यक्रम में गाय के मुद्दे पर बोलते हुए पीएम भावुक हो गए. पीएम ने इस दौरान अपने बचपन से जुड़ा एक किस्सा सुनाया. आइए एक नज़र डालतें है....
8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के बाद 13 नवंबर को गोवा में भाषण देते नरेन्द्र मोदी भावुक हो गए। बोले- मैंने घर-परिवार, सब देश के लिए छोड़ दिया. यह बोलते वक्त मोदी को बमुश्किल अपने आंसू रोक पाए.
जनवरी 2016 में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के दौरान छात्र रोहित वेमुला की मौत का जिक्र करते वक्त भी पीएम मोदी भावुक हो गए थे. मोदी ने कहा था कि एक मां ने अपना बेटा खोया है, वह इसका दर्द समझते हैं.
सितंबर 2015 में अमेरिका यात्रा के दौरान जब मोदी फेसबुक हेडक्वॉर्टर में मार्क जुकरबर्ग के सवालों के जवाब दे रहे थे, तब अपनी मां से संबंधित सवाल का जवाब देते वक्त उनकी आंखें भर आई थीं. मोदी ने इस दौरान अपनी मां के संघर्ष के बारे में बताया था, जब वे भावुक हुए थे.
मई 2014 में लोकसभा चुनाव के बाद BJP संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद संसद के सेंट्रल हाल में लालकृष्ण आडवाणी के बयान (नरेंद्र भाई ने कृपा की) का जिक्र करते हुए मोदी के आंसू छलक पड़े थे. उस समय रोते हुए मोदी ने कहा था कि वह (आडवाणी) कृपा शब्द का प्रयोग न करें, मां की सेवा कभी कृपा नहीं होती. मेरे लिए भाजपा मां के समान है.
मई 2014 में प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी के लिए गुजरात विधानसभा में विशेष सत्र रखा गया था. इसमें मोदी ने विदाई भाषण में विपक्ष की भी तारीफ की थी. जब विपक्ष के नेता उन्हें शुभकामनाएं दे रहे थे, तब मोदी भाषण देते हुए भावुक हो गए थे.
....और गाय-बच्चे का ये किस्सा सुनाते हुए भावुक हो गए PM मोदी
गोरक्षकों की हिंसा पर बोलते वक्त भावुक हुए PM मोदी, दिए ये 10 सख्त संदेश