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PM मोदी बोले- इमरजेंसी कांग्रेस का पाप, सत्तासुख के लिए देश को जेलखाना बनाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुंबई में कार्यकर्ताओं के बीच आपातकाल को लेकर बात की. PM मोदी ने कहा कि हर साल इमरजेंसी को याद किया जाता है, देश के इतिहास के लिए ये एक काला दिन है. इसे सिर्फ कांग्रेस और उसकी सरकार का विरोध करने के लिए नहीं बनाया जाता है.  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल)
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2018,
  • अपडेटेड 1:04 PM IST

आज भारतीय जनता पार्टी आपातकाल के 43 साल पूरे होने पर देशभर में काला दिवस मना रही है. इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुंबई में कार्यकर्ताओं के बीच आपातकाल को लेकर बात की. PM मोदी ने कहा कि हर साल इमरजेंसी को याद किया जाता है, देश के इतिहास के लिए ये एक काला दिन है. इसे सिर्फ कांग्रेस और उसकी सरकार का विरोध करने के लिए नहीं बनाया जाता है.  

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प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इमरजेंसी को इसलिए याद करते हैं ताकि देशवासियों को बता सके खुद को भी इसका आभास कराते रहे. लोकतंत्र को सचेत रखने के लिए इमरजेंसी को याद करना जरूरी है. PM बोले कि आज की युवा पीढ़ी को इमरजेंसी का ज्ञान नहीं है उन्हें इसके बारे में बताना काफी जरूरी है. उन्होंने कहा कि प्यासे को पता नहीं है कि पानी कैसा होता है.

देश को बनाया जेलखाना

PM मोदी बोले कि देश को पता नहीं था कि सत्तासुख के मोह में, परिवारभक्ति के पागलपन में देश के लिए बड़ी-बड़ी बातें करने वाले लोगों ने देश को जेलकारखाना बना दिया था. उन्होंने कहा कि उस दौरान डराया जाता था कि देखो, तुम्हारे ऊपर मीसा लगने वाली है तुम जेल में चले जाओगे.

परिवार के लिए संविधान का दुरुपयोग

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प्रधानमंत्री ने कहा कि आपातकाल के दौरान गणमान्य राजनेताओं को जेल में डाल दिया गया था. एक परिवार के लिए संविधान का दुरुपयोग किया गया, सत्ता सुख के लिए अपनी ही पार्टी को तबाह कर दिया गया. न्यायपालिका को भी डराया धमकाया गया. उन्होंने कहा कि जब-जब कांग्रेस पार्टी या एक परिवार को अपनी कुर्सी जाने का संकट महसूस हुआ है तो उन्होंने चिल्लाना शुरू किया है कि देश संकट से गुजर रहा है, देश में भय का माहौल है इससे देश को सिर्फ हम ही बचा सकते हैं.

जज के खिलाफ लाए महाभियोग

PM मोदी ने कहा कि इनके लिए देश, परंपरा, लोकतंत्र कुछ भी मायने नहीं रखता है. जो लोग परिवार की सेवा कर रहे थे, उनके लिए पांचों उंगलियां घी में थीं. देश ने कभी सोचा नहीं था कि इन लोगों को कोर्ट में चार्ज हो सकता है, भ्रष्टाचार के मामले में जमानत पर छूटे हुए हैं. अब जब जमानत पर हैं तो सबसे बड़े जज को महाभियोग के नाम पर डरा दो कि नीचे का कोई जज आवाज नहीं ला सके.

कर्नाटक में नहीं याद आया ईवीएम

उन्होंने कहा कि आज देश को अधिक चौकन्ना होने की जरूरत है. दुनिया भारत के चुनाव आयोग के प्रति गर्व करती है, इतने चुनाव हुए इतनी सरकारें आईं लेकिन किसी ने कोई सवाल नहीं उठाया. लेकिन जो पार्टी 400 से 44 पर आ गई तो उन्हें चुनाव आयोग में भी गड़बड़ी दिखने लगी, और ईवीएम में गड़बड़ी बताते हैं. इन लोगों को कर्नाटक के चुनाव के बाद ईवीएम याद नहीं आया.

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राजीव ने मीडिया को बनाया था निशाना

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राजीव गांधी ने मीडिया के प्रति क्या व्यवहार किया ये हर कोई जानता है, मीडिया के लोग हमें डराते हैं आपातकाल के समय में इनकी आवाज पर भी रोक लगा दी गई थी. उन्होंने कहा कि रामनाथ गोयनका, कुलदीप नैयर जैसे पत्रकारों ने उस दौरान आवाज बुलंद की थी.

किशोर कुमार का क्या गुनाह था

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई मुझे बताए कि किशोर कुमार का क्या गुनाह था, आपातकाल के दौरान उनपर भी जुल्म किया गया. कांग्रेस ने उन्हें गाना गाने के लिए बुलाया, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. तो किशोर कुमार के गाने को रेडियो पर नहीं बजाने दिया गया था. इसके अलावा आंधी फिल्म का भी विरोध किया गया था. जिस पार्टी के अंदर लोकतंत्र नहीं है, वह खुद लोकतंत्र की रक्षा कैसे करेगी.

पहले मुसलमानों को डराया जाता था, अब दलितों को

PM मोदी बोले कि पहले कहा जाता था कि ये जनसंघ और आरएसएस वाले मुसलमानों को काट देंगे और अब कह रहे हैं कि दलित संकट में है. देश में इस तरह का भय फैलाया जा रहा है, अगर दो दोस्तों के बीच में भी लड़ाई हो जाती है तो गाजा-बजाना शुरू कर देते हैं. जिन लोगों ने संविधान की रक्षा नहीं की आज वह कह रहे हैं कि अब मोदी है, ये संविधान खत्म कर देगा.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैं गुजरात का CM था तो संविधान की जयंती पर हमने कार्यक्रम किया था. हमने हाथी पर संविधान रख यात्रा निकाली थी, मैं आगे-आगे पैदल चल रहा था. कांग्रेस को उम्मीद नहीं थी कि आपातकाल के बाद उनकी सरकार भी जा सकती है. PM बोले कि आपातकाल के दौरान कई लोगों का मत था कि चुनाव का बहिष्कार हो, लेकिन फिर भी चुनाव में हिस्सा लिया.

सुनाया बस और नोट का किस्सा

PM ने कहा कि जब आपातकाल था, तब मैं सक्रिया था. जब मैं बस से जा रहा था तब वहां एक महिला कंडक्टर के साथ झगड़ा कर रही थी. वो वृद्ध मां कंडक्टर को कह रही थी कि उन्हें अच्छा कड़क नोट दो. लेकिन कंडक्टर ने कहा कि ऐसा नहीं होता है. तब महिला ने कहा था कि आज मेरे गांव में एक जनसभा है, जिसमें बाबूभाई जसभाई पटेल जाने वाले हैं इसलिए आजादी की लड़ाई में मुझे एक रुपया देना है. 

तीन तलाक पर भी बोले

PM बोले कि अगर हम तीन तलाक की बात करते हैं तो इसलिए क्योंकि हमारा संविधान सभी महिलाओं को बराबर हक देता है. लेकिन उन्हें इसलिए दिक्कत है क्योंकि उनका वोटबैंक हिल रहा है.

 

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