
अंतरराष्ट्रीय बुद्ध पूर्णिमा दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सभा को संबोधित किया. पीएम ने कहा कि बुद्ध की जन्मस्थली नेपाल आज संकट से गुजर रही है और भारत को उसके आंसुओं को पोंछना है.
प्रधानमंत्री ने बुद्ध के मार्ग को युद्ध से मुक्ति का रास्ता बताते हुए कहा कि आज भगवान बुद्ध की करुणा के संदेश को जीने का मौका है. सत्ता और वैभव को छोड़ना बहुत कठिन होता है. बुद्ध ने राजपाट को छोड़कर समाजकल्याण का रास्ता चुना. बुद्ध की शिक्षा से नेपाल अपने संकट से उबरेगा. नेपाल के दुख को आज हम बोझिल महसूस कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा-
12:17 PM बुद्ध विश्व को रास्ता दिखाएंगे.
12:17 PM बुद्ध ने राजसुख छोड़कर समाज कल्याण को अपनाया.
12:16 PM बुद्ध की जन्मस्थली आज संकट में है.
12:15 PM बुद्ध के मन में दलित, शोषित और वंचित थे.
12:15 PM परकल्याण के बिना जीवन सिद्ध नहीं.
12:14 PM बुद्ध के संदेश पूरी दुनिया के लिए प्रासंगिक.
12:13 PM बुद्ध के मार्ग पर मिलती है युद्ध से मुक्ति.
12:11 PM हमें नेपाल के आंसुओं को पोंछना है.
12:10 PM आज नेपाल बहुत बड़े संकट से गुजर रहा है.
12:09 PM विपरित समय में बुद्ध ने समाज सुधार की बात की.
12:07 PM भगवान बुद्ध ने मजदूर दिवस की परिकल्पना की थी.
12:05 PM बुद्ध ने मजदूरों की बात की थी.
12:03 PM बुद्ध के बिना 21वीं सदी एशिया सदी नहीं.
12:00 PM 21वीं सदी को एशिया की सदी कहा जाता है.
11:58 PM भगवान बुद्ध तेज पुंज थे.
11:57 PM भगवान बुद्ध संगठन की शक्ति में विश्वास रखते थे.
11:55 PM भगवान बुद्ध ने व्यक्ति विकास के सूत्र और मंत्र दिया.