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एक मॉब लिंचिंग के लिए पूरे झारखंड को बदनाम न करें: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड को मॉब लिंचिंग का अड्डा बताया गया. युवक की हत्या का दुख मुझे भी है और सबको होना चाहिए. दोषियों को सजा होनी चाहिए, लेकिन इसके लिए एक राज्य को दोषी बताना क्या हमें शोभा देता है.

राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2019,
  • अपडेटेड 5:20 PM IST

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर संसद के दोनों सदनों में हुई चर्चा का प्रधानमंत्री ने जवाब दे दिया है. बुधवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाएं गलत हैं लेकिन इसके लिए दोष पूरे झारखंड को न दिया जाए.

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दोषियों के साथ न्यायिक प्रक्रिया के साथ जो भी किया जा सके, वह किया जाना चाहिए. लेकिन इसके लिए पूरे झारखंड के लोगों को दोषी मान लेना गलत है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि झारखंड को मॉब लिंचिंग का अड्डा बताया गया. युवक की हत्या का दुख मुझे भी है और सबको होना चाहिए. दोषियों को सजा होनी चाहिए, लेकिन इसके बिनाह पर एक राज्य को दोषी बताना क्या हमें शोभा देता है. फिर तो हमें वहां अच्छा करने वाले लोग ही नहीं मिलेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सबको कटघरे में लाकर राजनीति तो कर लेंगे लेकिन हालात नहीं सुधार पाएंगे.

संविधान है सही रास्ता

पीएम मोदी ने कहा कि अपराध होने पर उचित रास्ता संविधान, कानून और व्यवस्था से निकलता है और उसके लिए जितना कर सकते हैं करना चाहिए, पीछे नहीं हटना चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवाद से दुनिया का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है और हिंसा की घटना कहीं हो हमारा एक ही पैमाना होना चाहिए. हिंसा पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और भी जगह हम राजनीति कर सकते हैं.

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नागरिक की सुरक्षा संवैधानिक जिम्मेदारी

हिंसा की घटनाओं के लिए हर जगह एक ही मानदंड होना चाहिए. हिंसा के मुद्दे पर हर राजनीतिक दलों को एक होना चाहिए. देश के हर नागरिक की सुरक्षा का दायित्व हमारी संवैधानिक जिम्मेदारी है.

गौरतलब है कि हाल ही में ही झारखंड के सरायकेला जिले के धातकीडीह गांव में बाइक चुराने के आरोप में 22 वर्षीय तबरेज अंसारी की भीड़ ने बेरहमी से पिटाई की थी. आरोपियों ने पीड़ित व्यक्ति को जय श्री राम का नारा लगाने के लिए भी बाध्य किया था.

अंसारी की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सरायकेला पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई है. जिसमें आरोप लगाया गया कि अंसारी पिछले सोमवार को बाइक से जमशेदपुर से वापस आ रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उन्हें पकड़ लिया. उन्हें पेड़ से बांधकर बेरहमी से पिटाई की और 'जय श्री राम' का नारा लगाने के लिए मजबूर किया.

पिटाई के बाद भीड़ ने उसे पुलिस को सौंप दिया था. पुलिस उसे थाने ले गई. 22 जून की सुबह अचानक तबरेज की तबीयत बिगड़ गई. युवक को फौरन सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

लोकसभा में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान और ऑल इंडिया मजलिस-इ-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा था.

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