
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर गुजरात के केवडिया में सरदार सरोवर बांध का दौरा किया. यहां पीएम मोदी ने नर्मदा नदी की पूजा की और बांध का जायजा लिया. बांध के साथ ही मौजूद सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के बारे में पीएम मोदी ने विस्तार से बात की और बताया कि किस तरह अब ये देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक बन गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी तक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने करीब 23 लाख लोग आ चुके हैं, रोजाना औसतन 6.7 हजार लोग यहां आए हैं. जन्माष्टमी के अवसर पर यहां सबसे ज्यादा 34 हजार पर्यटक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने आए थे.
इस दौरान पीएम ने स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से इसकी तुलना की और कहा कि अमेरिका में स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को देखने रोजाना 10 हजार लोग जाते हैं, जबकि वह 130 साल पुराना है. लेकिन अभी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को सिर्फ 11 महीने हुए हैं और लोगों में इसको लेकर इतना क्रेज है.
प्रधानमंत्री ने इस दौरान घोघा-दहेज फेरी सेवा के बारे में भी बात की और बताया कि पिछले साल से लेकर अभी तक करीब साढ़े तीन लाख से अधिक लोग इसका फायदा उठा चुके हैं, हजारों लोग इसके जरिए गाड़ियां ट्रांसपोर्ट कर चुके हैं.
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी क्यों है खास?
• इसकी शुरुआत 31 अक्टूबर, 2018 को हुई. इसकी नींव और उद्घाटन दोनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया.
• कुल ऊंचाई 182 मीटर. गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के आधार पर तय हुई ऊंचाई.
• मूर्ति की ऊंचाई में एक लाइब्रेरी भी है, जहां पर सरदार पटेल से जुड़े हुए इतिहास को दर्शाया गया है.
• स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है.
स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी में क्यों है खास?
• स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की कुल ऊंचाई 93 मीटर है, जिसमें मूर्ति सिर्फ 46 मीटर की है.
• इसकी शुरुआत 28 अक्टूबर, 1886 में हुई थी. हालांकि, इसके बाद समय-समय पर इसमें बदलाव भी किया गया.
• इस मूर्ति को अमेरिकन क्रांति के दौरान फ्रांस और अमेरिका की दोस्ती के प्रतीक के तौर पर बनाया गया था.