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जल संरक्षण, खेलो इंडिया और एग्जाम, जानें मन की बात में क्या बोले पीएम मोदी

मन की बात प्रोग्राम में पीएम मोदी ने कहा कि अगले महीने 22 फरवरी से 1 मार्च तक ओडिशा के कटक और भुवनेश्वर में पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स आयोजित हो रहे हैं. इसमें भागीदारी के लिए 3 हजार से ज्यादा खिलाड़ी क्वॉलिफाई कर चुके हैं.

गणतंत्र दिवस के कारण शाम में ब्रॉडकास्ट हो रहा है मन की बात प्रोग्राम (PM मोदी की फाइल फोटो) गणतंत्र दिवस के कारण शाम में ब्रॉडकास्ट हो रहा है मन की बात प्रोग्राम (PM मोदी की फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 26 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 10:33 PM IST

  • गणतंत्र दिवस के अवसर पीएम ने देश को किया संबोधित
  • 'मन की बात' प्रोग्राम में पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर की चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने रेडियो प्रोग्राम मन की बात में गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश को संबोधित किया. ये पहली बार था, जब प्रधानमंत्री ने शाम के वक्त मन की बात की. ये मन की बात का 61वां एपिसोड था, जो विभिन्न प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है.

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पीएम ने कहा कि 2022 में हमारी आजादी के 75 साल पूरे होने वाले हैं और उस मौके पर हमें गगनयान मिशन के साथ एक भारतवासी को अंतरिक्ष में ले जाने के अपने संकल्प को सिद्ध करना है.  इस मिशन में Astronaut यानी अंतरिक्ष यात्री के लिए 4 उम्मीदवारों का चयन कर लिया गया है.  ये चारों युवा भारतीय वायु सेना के पायलट हैं

पीएम ने कहा कि पिछले दिनों में जब त्योहारों की धूम थी तब दिल्ली एक ऐतिहासिक समझौते का साक्षी बन रहा था. इसके साथ ही लगभग 25 वर्ष पुरानी Bru-Reang refugee crisis, एक दर्दनाक चैपटर का अंत हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि 18 जनवरी को युवाओं ने देशभर में cyclothon का आयोजन किया, जिसमें शामिल लाखों देशवासियों ने फिटनेस का संदेश दिया. हमारा New India पूरी तरह से फिट रहे इसके लिए हर स्तर पर जो प्रयास देखने को मिल रहे हैं, वे जोश और उत्साह से भर देने वाले हैं. करीब 34,000 ब्रू-शरणार्थियों को त्रिपुरा में बसाया जाएगा.

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होगा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी का आगाज

पीएम मोदी ने कहा कि अगले महीने 22 फरवरी से 1 मार्च तक ओडिसा के कटक और भुवनेश्वर में पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स आयोजित हो रहे हैं. इसमें भागीदारी के लिए 3 हजार से ज्यादा खिलाड़ी क्वॉलिफाई कर चुके हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि मैं असम की सरकार और असम के लोगों को खेलो इंडिया की शानदार मेजबानी के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं. इसके तहत 80 रिकॉर्ड टूटे,  जिसमें से 56 रिकॉर्ड तोड़ने का काम हमारी बेटियों ने किया है.इस दौरान पीएम मोदी ने भारत के 'डेविड बेखम' की कहानी सुनाई. मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा 'जब मैं डेविड बेखम का नाम लूंगा तब आप कहेंगे वो इंटरनेशनल फुटबॉलर हैं. लेकिन अब अपने पास भी डेविड बेखम है और उसने गुवाहाटी के यूथ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है. डेविड ने साइकिल स्पर्धा के स्प्रिंट इवेंट (200 मीटर) में ये मेडल हासिल किया था. 

पीएम ने कहा कि हाल में मैं अंडमान-निकोबार गया था. वहां मुझे पता चला कि बचपन में ही डेविड के माता-पिता चल बसे थे. डेविड के चाचा उन्हें फुटबॉलर बनाना चाहते थे, इसीलिए नाम भी डेविड रखा था. हालांकि डेविड का मन साइकिलिंग में रम गया था. पीएम ने कहा कि डेविड का चयन खेलो इंडिया में हुआ और उन्होंने साइकिलिंग स्पर्धा में एक नया कीर्तिमान रच डाला.

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जल संरक्षण की बताई अहमियत

स्वच्छता के बाद जन-भागीदारी की भावना participative sprite आज एक और क्षेत्र में तेजी से बढ़ रही है और वह है 'जन संरक्षण'. जल संरक्षण के लिए कई व्यापक और इन्नोवेटिव प्रयास देश के हर कोने में चल रहे हैं. पीएम ने कहा कि मैंने नए साल पर मन की बात पर चार्टर बनाया है, जिसमें कई चीजों की लिस्ट बनाई गई है. इस ‘मन की बात चार्टर’ को जब मैं पढ़ रहा था, तब, मुझे भी आश्चर्य हुआ कि इतनी सारी बातें हैं. इतने सारे हैश-टैग्स हैं! और, हम सबने मिलकर ढ़ेर सारे प्रयास भी किए हैं.

मन की बात में पीएम मोदी  ने कहा कि  शेयरिंग, लर्निंग और ग्रोइंग का एक अच्छा और सहज platform बन गया है.  हर महीने हजारों की संख्या में लोग अपने सुझाव, अपने प्रयास, अपने अनुभव शेयर करते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि दिन बदलते हैं, हफ्ते बदल जाते हैं, महीने भी बदलते हैं, साल बदल जाते हैं, लेकिन भारत के लोगों का उत्साह और हम भी कुछ कम नहीं हैं, हम भी कुछ करके रहेंगे.  Can do... ये  Can do का भाव, संकल्प बनता हुआ उभर रहा है.

पिछले महीने कही थीं ये बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले 29 दिसंबर को मन की बात कार्यक्रम में देश को संबोधित किया था. उनका पिछला कार्यक्रम साल 2019 का अंतिम था. पिछले साल की आखिरी कड़ी में उन्होंने कहा था कि आज की युवा पीढ़ी अजराकता और कुनबापरस्ती को पसंद नहीं करती. प्रधानमंत्री ने यह बात नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) को लेकर हालिया विरोध प्रदर्शन के संदर्भ में कही थी.

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प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश के युवाओं की तुलना ऊर्जा और गतिशीलता के साथ की. उन्होंने 21वीं सदी की युवा पीढ़ी का जिक्र करते हुए कहा कि नई पीढ़ी के युवा काफी मेधावी हैं और इस पीढ़ी को वंशवाद और जातिवाद के विचारों से नफरत है.

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