
कुलभूषण जाधव को लेकर दिए गए अपने बयान पर बवाल के बाद समाजवादी पार्टी नेता नरेश अग्रवाल बैकफुट पर दिखाई दे रहे हैं. पहले उन्होंने जाधव के साथ पाकिस्तान के रवैये को सही ठहराने वाला बयान दिया था, लेकिन जब इस पर उनकी अपनी पार्टी समेत बीजेपी और दूसरे दलों नेताओं ने आलोचना की तो उनके सुर बदल गए.
इस बयान पर हुआ बवाल
न्यूज एजेंसी को दिए अपने बयान में राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा था, 'अगर उन्होंने (पाकिस्तान) कुलभूषण जाधव को आंतकवादी माना है, तो वो उस हिसाब से ही व्यवहार करेंगे. हमारे देश में भी आतंकवादियों के साथ ऐसा ही कड़ा व्यवहार करना चाहिए. पाकिस्तान की जेलों में सैकड़ों भारतीय बंद हैं, ऐसे में उनकी भी बात होनी चाहिए, सिर्फ जाधव की नहीं.'
नरेश अग्रवाल के इस बयान पर बीजेपी ने तुरंत घेर लिया. बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने उनके बयान को शर्मसार करने वाला बताया तो सुब्रह्मण्यम स्वामी ने माफी न मांगने पर संसद सदस्यता की जाने की मांग कर डाली. यहां तक कि उनकी अपनी पार्टी ने बयान की निंदा की.
इसके बाद नरेश अग्रवाल ने अपने बयान पर सफाई दी और एक घंटा बीतने से पहले ही उनके सुर बदलते दिखाई दिए. अपनी सफाई में उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, वहां मिलिट्री और आईएसआई का राज चलता है. हमें पाकिस्तान से मानवीयता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. इसीलिए मैं कह रहा हूं कि हमें उसके आतंकियों के साथ कड़ा रवैया अपनाना चाहिए.
नरेश अग्रवाल ने ये भी कहा कि उन्होंने किसी एजेंसी को ऐसा बयान नहीं दिया है. अग्रवाल बोले कि उन्होंने सिर्फ ये कहा है कि पाकिस्तान की जेलों में बंद सभी हिंदुओं का मुद्दा उठाना चाहिए, सिर्फ कुलभूषण जाधव का नहीं.'