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NASA ने जारी की स्मॉग की PHOTOS, दिल्ली-NCR के हालात भयावह

7 नवंबर को नासा के मॉडरेट रेजोल्युशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडिओ मीटर (MODIS) ने एक्वा सैटेलाइट के जरिए यह तस्वीर खींची है. इस तस्वीर में उत्तर भारत और पाकिस्तान के ऊपर भारी धुंध नजर आ रही है.

नासा ऑब्जर्वेटरी ने यह सेटेलाइट फोटो अपने ऑफिशियल साइट पर जारी की है. नासा ऑब्जर्वेटरी ने यह सेटेलाइट फोटो अपने ऑफिशियल साइट पर जारी की है.
आदित्य बिड़वई
  • नई दिल्ली ,
  • 08 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 5:01 PM IST

राजधानी नई दिल्ली और आसपास के इलाकों में स्मॉग से सांस लेना दूभर हो गया है. मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण 6 गुना बढ़ गया है. इस बीच नासा ऑब्जर्वेटरी ने कुछ तस्वीरें जारी की है, जिसमें दिल्ली समेत उत्तर भारत और पाकिस्तान में स्मॉग का कहर साफ दिखाई दे रहा है.

7 नवंबर को नासा के मॉडरेट रेजोल्युशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडिओ मीटर (MODIS) ने एक्वा सैटेलाइट के जरिए यह तस्वीर खींची है. इस तस्वीर में उत्तर भारत और पाकिस्तान के ऊपर भारी धुंध नजर आ रही है.

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वहीं, दूसरी तस्वीर एरोसोल ऑप्टिकल डेप्थ यानि की हवा में मौजूद प्रदूषित कण दिखा रही है. जिसके अनुसार दिल्ली, कानपुर, लखनऊ समेत पंजाब और हरियाणा के कई शहरों में भारी स्मॉग मौजूद है.

इसके अलावा स्मॉग का असर पाकिस्तान में भी दिखाई दे रहा है. नासा की मानें तो लाहौर में भारी कोहरा पड़ा है. इसके साथ ही पाकिस्तान के कई शहर पर भी इसका असर दिखा है.

दिल्ली की बात की जाए तो यहां गाड़ी और पराली जलाने से निकलने वाले धुंए के कारण स्मॉग लोगों पर ज्यादा प्रभाव डाल रहा है. यहां धुंध से लोगों का बुरा हाल है.

दिल्ली सरकार ने आज नई दिल्ली में 5वीं क्लास तक के स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है, इसके अलावा गाजियाबाद में भी स्कूलों को बंद किया गया है.

वहीं, धुंध का काफी असर यातायात पर भी पड़ रहा है. कई ट्रेनें लेट हो गई हैं. नई दिल्ली में करीब 53 ट्रेनें लेट हो गई हैं, 5 की टाइमिंग बदली गई है और 1 ट्रेन को कैंसिंल किया गया है.

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दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के कई निगरानी केंद्रों ने प्रदूषण के सभी स्तर को पार कर जाने के कारण काम करना बंद कर दिया.

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की सरकारों से नाराजगी जताते हुए पूछा कि इस तरह के हालात बनने का पूर्वानुमान होने के बाद भी रोकथाम के लिए कदम क्यों नहीं उठाये गये.

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