
पंजाब के अबोहर में दलित समुदाय के दो लोगों के हाथ-पांव काटे जाने की घटना के बाद से तनाव का माहौल बना हुआ है. इस घटना ने पूरे दलित समुदाय में खौफ का माहौल बना दिया है. आरोप है कि इस घटना को अंजाम देने का काम अकाली दल के एक नेता शिवलाल डोडा और उसके भतीजे ने किया.
समझौते के लिए बुलाकर काटे हाथ-पैर
पुलिस के अनुसार उन दोनों दलितों की पहचान भीम टाक और गुरजंत सिंह के रूप में की गई है जो व्यापारी शिवलाल डोडा के साथ काम करते थे. युवकों को समझौता करने के लिए फार्म हाउस लाया गया था. तभी मौके पर उन्होंने भीम के हाथ पैर काट दिए और दूसरे दलित का भी कंधा व पैर बुरी तरह काट दिए. इस घटना को अंजाम देने के बाद दोषी फरार हो गए. इनकी संख्या 8 से 10 के बीच बताई जा रही है.
मौके पर एक की मौत, एक अस्पताल में
इस घटना में जहां भीम टाक की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं गुरजंत सिंह अस्पताल में अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रहा है. पुलिस ने अकाली नेता शिवलाल डोडा और उनके भतीजे समेत 11 लोगों के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
कांग्रेस ने की पंजाब सरकार को बर्खास्त करने की मांग
इस मामले में सोमवार को राज्यसभा में हंगामा हुआ और कांग्रेस ने पंजाब सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. दलित समुदाय के दो लोगों के हाथ-पांव काटे जाने की घटना के संबध में नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल कास्ट ने बठिंडा जोन के आईजीपी, डिप्टी कमिश्नर फजिल्का और एसएसपी को नोटिस जारी कर सोमवार को अबोहर में दोपहर से पहले कमीशन के सामने पेश होने का आदेश दिया है.
3 दिन के भीतर गिरफ्तारी के आदेश
डॉ. राजकुमार वर्का ने बताया कि कमीशन ने पुलिस को 3 दिन के भीतर इस घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है. उन्होंने बताया कि पंजाब के अबोहर में दलित समुदाय के दो लोगों के हाथ-पैर काटे जाने के बाद से स्थिति तनावपूर्ण हैं. उन्होंने आशवस्त किया है कि पीड़ित परिवार के लिए कमिशन दोषी लोगों के खिलाफ जल्द ही गम्भीर एक्शन लेगा.